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कचौड़ी-समोसे बेचने वाले इस आदमी की सालाना आय देखकर हैरान रह गए अधिकारी, अभी भी हो रही है जांच

आपने एक विज्ञापन तो देखा ही होगा कि बड़ी दुकानों से अच्छा है कि छोटी दुकानों से चीजें खरीदें और उन दुकानवालों का हौसला बढाईए क्योंकि हमारा छोटा सा कदम किसी का घर चला सकता है. मगर कभी आपने ये सोचा है कि हर फेरी वाले या छोटी दुकान वाले बेचारे नहीं होते हैं. हर किसी में एक राज होता है जिसे वे बताना भी नहीं चाहते और उनकी हालत देखकर कोई इसके बारे में सोचता भी नहीं. मगर जब एक कचौड़ी-समोसे बेचने वाले की सालाना आय देखकर हैरान हैं सभी, इसकी आय के बारे में तो आपको भी जानना चाहिए.

कचौड़ी-समोसे बेचने वाले की सालाना आय देखकर हैरान हैं सभी

अलीगढ़ शहर में एक बगैर नाम और पहचान के कचौड़ी-समोसे वाले की जब जांच कराई गई तो वाणिज्य कर विभाग की टीम के सामने ऐसी हकीकत आई कि लोगो क आंख फटी रह गई. टीम ने दुकान पर खड़े कचौड़ी वाले की बिक्री और एक दिन में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों के आधार पर 60 लाख रुपये की सालाना टर्न ओवर निकाला है जो कभी-कभी बढ़कर 1 करोड़ के पार भी चली जाती है. फिलहाल दुकानदार को नोटिस जारी किया गया है. सीमा टॉकीज के पास मुकेश नाम के इस व्यापारी ने पिछले 10-12 सालों से कचौड़ी और समोसे की दुकान लगाया है. व्यापारी के संबंध में बीते दिनों स्टेट इंटेलीजेंस ब्यूरो लखनऊ को शिकायत प्राप्त हुई. ये मामला लखनऊ से अलीगढ़ पहुंच गया और यहां पर वाणिज्य कर विभाग SBI के अधिकारियों ने पहले कचौड़ी वाले की दुकान की तलाशी ली.

दुकान मिलने के बाद दो दिन तक आस-पास बैठाकर बिक्री का जायजा लिया गया. इसके बाद विभाग की टीम ने 21 जून को सर्वे किया और इस दौरान व्यापारी ने खुद माना कि उसका महीने में लाखों का टर्न ओवर होता है. ग्राहक की संख्या, कच्चे माल की खरीद, रिफाइंड, चीनी और गैस सिलेंडर के खर्चे की जानकारी भी टीम को दुकानदार ने दी.

जांच एजेंसी ने प्राथमिक जांच में पाया कि कचौड़ी व्यापारी का सालाना टर्न ओवर 60 लाख रुपये से ज्यादा है. पिछले 10 सालों से व्यापारी कचौड़ी और समोसे का काम कर रहा है. जांच में व्यापारी ने GST में पंजीकृत नहीं कराया है जबकि इसकी सालाना 40 लाख रुपये का टर्न ओवर करने वालों को GST में पंजीयन कराना होता है. जांच अफसरों का दावा है कि प्राथमिक जांच में ही 60 लाख का टर्न ओवर सामने आया लेकिन विस्तृत जांच में सालाना टर्न ओवर एक से डेढ़ करोड़ रुपये था. आपको बता दें कि अलीगढ़ में सामान्य कचौड़ी व्यापारी का सालाना टर्न ओवर 60 लाख रुपये से ज्यादा है और अब ये विभाग के निशान पर है. अलीगढञ में करीब 600 कचोड़ी बेचने वाले छोटे-बड़े दुकानदार हैं और इसमें विभाग सक्रीय हो गया है और अब सभी की जांच पूर्णरूप से होगी. एक दुकानदार की पोल खुलने पर सभी व्यापारी सक्रीय हो गए होंगे.

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