अध्यात्म

श्राद्ध में कौए देते हैं ये शुभ संकेत, आपको मिले तो समझिए पितरों का है आशीर्वाद, मिलेगा धनलाभ

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार देखें तो जानवरों के माध्यम से दिए गए संकेतों को भविष्य से जोड़कर देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह हमें शुभ-अशुभ संकेतों की जानकारी देते हैं। देशभर में यह शुभ-अशुभ संकेत किसी न किसी रूप में प्रचलित हैं। अगर हम कौवे की बात करें तो श्राद्ध के दिनों में कौवे को पितरों का प्रतीक मानकर श्राद्ध पक्ष के 15 से 16 दिनों तक भोजन कराया जाता है। पितृपक्ष के दौरान पितरों के लिए श्राद्ध कर्म किए जाते हैं और उनके तर्पण के निमित्त दान-पुण्य कार्य होते हैं। श्राद्ध के दिनों में निर्धन लोगों और ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है। इसके अलावा गाय को चारा, कौए को भोजन दिया जाता है।

धार्मिक मान्यता अनुसार श्राद्ध पक्ष बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस समय के दौरान पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि यदि पितर हमसे प्रसन्न हो जाए तो हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। श्राद्ध पक्ष में हमारे पितर मृत्यु लोक से इस धरती पर कव्वे के रूप में आते हैं। शास्त्रों के अनुसार कौवे के ऐसे बहुत से शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में जिक्र किया गया है जो हमारे जीवन में होने वाली घटनाओं की तरफ इशारा करता है। आज हम आपको श्राद्ध पक्ष में कौवे के माध्यम से मिलने वाले संकेतों के बारे में बताने वाले हैं।

श्राद्ध पक्ष में कौए के शुभ संकेत

  • श्राद्ध पक्ष के दौरान यदि कौवा अनाज के ढेर पर बैठा हुआ नजर आता है तो इसका मतलब होता है कि आपके ऊपर पितरों का आशीर्वाद है और शीघ्र ही आपको धन लाभ मिल सकता है।
  • अगर आपको पितृपक्ष के दौरान कौवा सूअर की पीठ पर बैठा हुआ नजर आता है तो यह अपार धन प्राप्ति की तरफ संकेत करता है।
  • अगर कौवा मकान की छत पर या फिर हरे-भरे वृक्ष पर बैठा हुआ नजर आता है तो इसका अर्थ होता है कि आपको अचानक धन लाभ मिल सकता है।

  • अगर आप श्राद्ध के दिनों में कौवे को गाय की पीठ पर चोंच रगड़ता हुआ देखते हैं तो यह पितरों का शुभ संकेत माना गया है। इसका मतलब होता है कि पितरों के आशीर्वाद से उत्तम भोजन की प्राप्ति होने वाली है।
  • यदि आप पितृपक्ष के दौरान कव्वे को अपनी सोच में सूखा तिनका लाता हुआ देखते हैं तो यह धन लाभ की तरफ संकेत करता है। इसके अलावा कौवे की चोंच में फूल-पत्ती नजर आती है तो इससे आपकी मनोकामना पूरी होने की संभावना रहती है।
  • अगर आप श्राद्ध के दिनों में कौवे को धूल में लिपटा हुआ देखते हैं तो इसका अर्थ होता है कि उस स्थान पर वर्षा होगी।
  • अगर कौवा सामने से आकर भोग ग्रहण करता है और पैर से सिर खुजलाता है तो इसका अर्थ होता है कि आपके कार्य बहुत ही जल्द सफल होने वाले हैं।
  • अगर कौवा दाएं तरफ से उड़कर बाई तरफ आ जाए और भोग ग्रहण करें तो इसका मतलब होता है कि आपको अपनी यात्रा में सफलता मिलेगी।
  • अगर सुबह-सुबह कौवा आकर पैर से स्पर्श कर जाए तो इसका मतलब होता है कि आपको तरक्की हासिल होगी और शीघ्र ही धन लाभ मिल सकता है।

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