कहानी

मेरा बॉयफ्रेंड ही बन गया मेरी बहन का पति.. सुहाग’रात से पहले दीदी को बताया तो हुआ कुछ ऐसा..

कहते हैं पहले प्यार की बात ही कुछ और होती है। आप बाद में कितने भी रिलेशनशिप में रह लें, लेकिन पहला प्यार आसानी से नहीं भूलता है। ऐसे में आप उस पहले प्यार की सभी यादों को मिटा देते हैं। लेकिन क्या होगा जब आपका पहला प्यार आपकी बहन की बाहों में हो। वह उसे अपनी दुल्हन बनाए। उसके संग सुहागरात भी मनाए। तब आपको कैसा महसूस होगा? रवीना (बदला हुआ नाम) ने यह फिलिंग खुद अपनी जुबानी बताई है।

जब पहला प्यार बना बहन का पति

रवि (बदला हुआ नाम) मेरा पहला प्यार था। हम दोनों ने साथ में बहुत अच्छा समय बिताया। दोनों डेट पर गए, साथ में फिल्में देखी, हाथ पकड़ रोमांटिक बातें की, यहां तक की किस और सेक्स भी किया। लेकिन फिर हमारा ब्रेकअप हो गया। यह ब्रेकअप आपसी सहमति से हुआ था। मैंने कुछ दिनों बाद रवि को भूला दिया। अपनी लाइफ में आगे बढ़ गई। लेकिन फिर उससे दोबारा ऐसी जगह टकराई जहां मैंने सपने में भी नहीं सोचा था।

ब्रेकअप के बाद रवि से पहली मुलाकात उसकी शादी में हुई। वह मेरी कजिन सिस्टर मीना (बदला हुआ नाम) का दूल्हा बना था। मीना ने दो महीने पहले ही मुझे अपनी शादी की बात बताई थी। शादी का सुन मैं बड़ी खुश हो गई थी। हमारे परिवार में काफी दिनों बाद कोई शादी हो रही थी। तो मैंने शादी की तैयारी में ढेर सारी शॉपिंग कर ली। एक बढ़िया सा लहंगा भी पहना। मेरी तैयारी देख मम्मी बोलने लगी अब तुझे कब तेरा सपनों का राजकुमार मिलेगा।

जब दीदी को पता चला मेरा प्रेमी और उसका पति एक है

फिर शादी का दिन आया। मैं सबसे पहले बहन मीना से मिली। फिर मैंने उससे बोल कि चलो अब दूल्हे से मिलाओ। उसने जब मुझे मिलवाया तो मैं दंग रह गई। वह रवि, मेरा पहला प्यार था। वह भी मुझे देखकर उतना ही हैरान था। उसने बस इतना पूछा कैसी हो? मैंने सिर हिला बोल दिया ठीक। फिर हमने बहुत देर बात नहीं की। लेकिन फिर वह मेरे पास आया। बोला मैं मीना को हमारे बारे में सबकुछ बताना चाहता हूँ। यह सुन मैं नर्वस हुई, लेकिन फिर सोचा वह यह जानने की हकदार है, आखिर उसकी शादी हो रही है।

फिर रवि और मैंने मीना दीदी को सब बता दिया। उन्होंने इसे हल्के में लिया। वह हमेशा से चीजों को लेकर पॉजिटिव रही हैं। उन्होंने कहा ये सब तुम दोनों का अतीत था। लेकिन अब हम दोनों नया भविष्य बनाने जा रहे हैं। यह सुन मुझे खुशी हुई कि उनकी शादी में इससे कोई बाधा नहीं आई। लेकिन मेरे दिल को एक दर्द भी हुआ। मैं अपने पहले प्यार को अपनी बहन का होता नहीं देख पा रही थी। अब वह मेरी बहन के साथ प्यार करेगा। दोनों हमेशा साथ रहेंगे। और मुझे जिंदगीभर उसे अपनी बहन के साथ देखना पड़ेगा।

शादी की रस्में शुरू हुई। मैं काफी नर्वस थी। मैंने खुद को बीजी रखा ताकि इस बारे में ज्यादा नहीं सोचूँ। आखिर शादी खत्म हुई। शादी के बाद कई महीनों तक मैं पहले प्यार के बारे में सोचती रही। अभी तक मुझे उसकी कोई खास याद नहीं आई थी। लेकिन जब उसे किसी और के साथ देखा तो बहुत याद आने लगी। लेकिन अब मैंने सच्चाई को अपना लिया है। धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हूँ। अब मुझे एक नए रिश्ते की तलाश है। ताकि पहले प्यार को भुलाने में मदद मिले।

वैसे क्या आपको अपना पहला प्यार आज भी याद आता है? आप उन्हें दूसरों की बाहों में देख कैसा महसूस करते हैं?

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