अध्यात्म

दशहरे पर लक्ष्मी नारायण मंदिर में कर ले यह उपाय, आपकी मन की मुराद होंगी पूरी, मिलेगी उन्नति

मनुष्य के जीवन में आए दिन किसी न किसी प्रकार के उतार-चढ़ाव बने रहते हैं, व्यक्ति अपने जीवन में कामयाबी हासिल करने के लिए कठिन मेहनत करता है परंतु उसको अपने परिश्रम का उचित परिणाम नहीं मिल पाता है, ऐसे में आप कुछ उपाय अपनाकर अपने जीवन की चल रही बहुत सी परेशानियों को दूर कर सकते हैं, ऐसा बताया जाता है कि अगर यह उपाय किसी शुभ दिन किए जाए तो इसका फल तुरंत मिलता है, आज हम आपको विजयदशमी यानी दशहरे पर किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में जानकारी देने वाले हैं, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है, विजयदशमी को बुराई पर अच्छाई की जीत भी माना गया है।

भगवान श्री राम जी ने इसी दिन बुराई पर अच्छाई की जीत की थी, विजयदशमी के दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है जो कि इस बात का प्रतीक है कि हमेशा बुराई पर अच्छाई की ही जीत होती है, अगर आप अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहते हैं और अपने जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप विजयदशमी पर कुछ उपाय कर सकते हैं।

आइए जानते हैं दशहरे पर कौन से करें उपाय

  • व्यक्ति के साथ ऐसा कई बार होता है कि वह अपने व्यापार में धन तो लगा देता है, परंतु किसी न किसी वजह से व्यापार में लगाया हुआ धन फंस जाता है, अगर आप अपने फंसे हुए धन को प्राप्त करना चाहते हैं तो इस स्थिति में आप विजयदशमी के दिन नंगे पैर लक्ष्मी नारायण भगवान जी के मंदिर में जाइए और वहां पर 11 लाल गुलाब के पुष्प, चंदन का इत्र, एक कमलगट्टे की माला भगवान लक्ष्मी नारायण जी को अर्पित कीजिए, इस उपाय को करने से आपका व्यापार में फंसा हुआ धन वापस प्राप्त होगा।

  • अगर आप अपनी नौकरी के क्षेत्र में तरक्की हासिल करना चाहते हैं तो इस स्थिति में आप विजयदशमी के दिन एक सफेद कच्चे सूत को लेकर उसको केसर से रंग दीजिए और ओम नमो नारायण मंत्र का 108 बार जाप करके अपने पास रख लें, इससे नौकरी की उन्नति में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती है।
  • अगर आपने किसी को पैसा उधार दिया है और वह वापस मिलने में परेशानी हो रही है तो ऐसे में आप विजयदशमी के दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर में दो कमल के गट्टे के फूल और दो हल्दी की गांठ अर्पित कीजिए, इससे उधार दिया हुआ धन वापस प्राप्त होगा।

  • अगर आपके जीवन में अचानक ही परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं और उसेसे छुटकारा प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आप अचानक आए संकट को दूर करने के लिए विजयदशमी के दिन पूर्व दिशा में अपना मुंह करके पीले आसन पर बैठ जाए और तांबे के लोटे में जल भरकर राम रक्षा स्त्रोत का पाठ कीजिए, पाठ करने के पश्चात आप लोटे का जल अपने घर में छिड़क दीजिए।
  • अगर किसी दंपत्ति को संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो रही है या फिर संतान प्राप्ति में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हो रही है तो ऐसी स्थिति में विजयदशमी के दिन पीले आसन पर बैठकर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और बच्चों को पीली मिठाई खिलाइए, इससे शीघ्र ही संतान प्राप्ति की बाधा दूर होती है।

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