अध्यात्म

इस वजह से पड़ती है शनि की अशुभ छाया, शनिदेव की टेढ़ी नजर से बचने के लिए ध्यान रखें यह बातें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी व्यक्ति पर शनिदेव की टेढ़ी नजर हो तो यह बहुत ही अशुभ माना गया है, अगर व्यक्ति के ऊपर शनि देव का बुरा प्रभाव होता है तो इसकी वजह से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियां उत्पन्न होने लगती है, शनिदेव का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के मन में डर बैठ जाता है परंतु आपको शनिदेव से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह सभी लोगों को बुरा परिणाम नहीं देते हैं, जो मनुष्य अच्छे कर्म करता है उसके ऊपर इनकी दया दृष्टि बनी रहती है, शनिदेव को कर्म फल दाता भी कहा गया है, कर्मों के अनुसार ही शनिदेव फल प्रदान करते हैं, इसके अलावा अगर शनि की राशि परिवर्तन होती है तो इसका प्रभाव भी मनुष्य के जीवन पर पड़ता है, क्योंकि शनि राशि परिवर्तन की वजह से सभी 12 राशियां प्रभावित होती है।

वर्तमान समय में ऐसे बहुत से लोग हैं जिनको इस बात की जानकारी नहीं है कि आखिर शनि देव की बुरी दृष्टि किस वजह से मनुष्य के ऊपर पड़ती है? मात्र राशि परिवर्तन ही अशुभ नहीं रहता बल्कि कुछ अन्य कारण भी होते हैं जिसकी वजह से मनुष्य को शनि के द्वारा अशुभ फल की प्राप्ति होती है, आखिर किन वजह से मनुष्य को शनि की अशुभ छाया का सामना करना पड़ता है? आज हम आपको इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।

आइए जानते हैं किस वजह से पड़ती है शनि की अशुभ छाया

  • अगर आप शनिवार के दिन शनि देव की पूजा कर रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप शनिदेव की पूजा करने के दौरान लाल चीजों का इस्तेमाल मत कीजिए क्योंकि लाल रंग मंगल ग्रह से संबंधित है और मंगल को शनि देव का शत्रु बताया गया है, अगर आप चाहते हैं कि शनिदेव आप से खुश हो तो आप इनकी पूजा में काले और नीले रंग की चीजों का इस्तेमाल करें।
  • जैसा कि आप लोग जानते हैं शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करने के लिए विशेष माना गया है, बहुत से लोग ऐसे हैं जो शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन पूजा करते हैं, अगर हम कोई पूजा करते हैं तो उसमें तांबे के लोटे का इस्तेमाल करते हैं परंतु आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि शनिदेव की पूजा में तांबे का लोटा प्रयोग में नहीं लाना चाहिए क्योंकि तांबा सूर्य की धातु होती है और सूर्य देव शनि देव के पिता है और इन दोनों की आपस में नहीं बनती है, इस स्थिति में आप तांबे के बर्तन की जगह मिट्टी या फिर लोहे का बर्तन प्रयोग में ला सकते हैं।

  • शनि देव के मंदिर में अगर आप इनकी पूजा करने या फिर दर्शन करने के लिए जा रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप इनकी पूजा और दर्शन के दौरान इनकी आंखों में आंखें डाल कर पूजा ना करें अन्यथा आपको इनकी टेड़ी नजर का सामना करना पड़ेगा, अगर आप इनकी आंखों में आंखें डाल कर दर्शन करते हैं तो इससे आपके जीवन में कष्ट आते हैं।
  • शनिदेव की पूजा करते समय आपको दिशा का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है, शनि देव को पश्चिम दिशा का स्वामी माना गया है, अगर आप इनकी पूजा अर्चना कर रहे हैं तो अपना मुंह हमेशा पश्चिम दिशा की तरफ रखकर इनकी पूजा कीजिए, अगर आप इस दिशा के अलावा अन्य दिशा में अपना मुंह करके पूजा करते हैं तो इसकी वजह से शनि से बुरे प्रभाव मिल सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button