अध्यात्म

यदि आपकी कुंडली में है कालसर्प दोष, तो इस उपाय के द्वारा करें इस दोष को दूर

जब व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है तो व्यक्ति के जीवन में बहुत सी कठिनाइयों और समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे की शादी में अड़चन दांपत्य जीवन में कलह शिक्षा में बाधा हमेशा किसी बीमारी से परेशान रहना आर्थिक समस्या संतान को कष्ट इत्यादि यदि इस दोष का समाधान नहीं किया जाए तो व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर पाता है उसके कार्यों के मार्ग में बाधा उत्पन्न होती रहती है उचित समय पर इस दोष का उपाय किया जाए तो इससे छुटकारा पाया जा सकता है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कालसर्प दोष से किस प्रकार छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है इस उपाय के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

आइए जानते हैं इसके बारे में:-

कालसर्प दोष के कारण:-

यदि हम ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखे तो किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह राहु और केतु के बीच में आने की वजह से कालसर्प योग का निर्माण होता है कालसर्प दोष को बहुत ही अशुभ माना गया है इस विषय में ऐसा बताया जाता है कि अगर किसी व्यक्ति ने अपने पिछले जन्म में कोई बुरे काम किए है तो उसके अगले जन्म में दंड के रूप में उसकी कुंडली में कालसर्प योग बनता है ऐसी मान्यता है कि यदि व्यक्ति के पिछले जन्म की कोई इच्छा अधूरी रह जाती है तो उसके अगले जन्म में उसकी इच्छा की पूर्ति के लिए उसकी कुंडली में कालसर्प योग बनता है।

कालसर्प दोष से बचने के उपाय:-

  • यदि आप कालसर्प दोष से छुटकारा प्राप्त करना चाहते हैं तो पंचाक्षरी मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप कीजिए।
  • आप शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाइए यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके कालसर्प दोष का प्रभाव कम हो जाएगा।
  • आप अपने घर में मोर पंख धारण किए हुए कृष्ण जी की मूर्ति स्थापित कीजिए और विधि पूर्वक उनकी पूजा कीजिए यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर में सुख शांति बनी रहती है।

  • आप काले अकीक की माला से राहु ग्रह के बीज मंत्र का 108 बार जाप कीजिए इससे आपको लाभ प्राप्त होगा।
  • आप नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा अवश्य कीजिए और साथ ही इनका व्रत भी करिए।
  • यदि आसपास शिवजी का कोई मंदिर जर्जर दिखाई दे तो उसकी मरम्मत और रंगाई-पुताई करा दीजिए यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे शिव जी प्रसन्न होते हैं और आपको उनका आशीर्वाद मिलता है।
  • आप 11 जोड़ी नागिन और नाग बनवाकर किसी नदी में प्रवाहित कर दीजिए यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी मुश्किलें बहुत कम हो जाएँगी।
  • यदि आप इस दोष से छुटकारा प्राप्त करना चाहते हैं तो आप रोजाना गायत्री मंत्र का भी जाप कीजिए।
  • आप नियमित रूप से शिव जी माता पार्वती जी और भगवान गणेश जी की पूजा कीजिए।
  • आप रोजाना शिव जी को चंदन तथा चंदन का इत्र अर्पित कीजिए और उसके पश्चात आप उसे नित्य स्वयं लगा लीजिए।

नोट:- यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी तो आप नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में हमको कमेंट कर सकते हैं और इस पोस्ट को अपने मित्रों के बीच शेयर भी कर सकते हैं हम आगे भी इसी प्रकार से जानने योग्य जानकारियां लेख के माध्यम से लाते रहेंगे धन्यवाद।

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