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वोहरा मुस्लिम समुदाय के कार्यक्रम में पहुँचे पीएम मोदी, जानिए क्या है इसका सियासी गणित

2019 के आम चुनाव के करीब होने के साथ ही सियासी पारा भी धीरे धीरे चढ़ रहा है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के इंदौर में दाउदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरू सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मिले। वर्ल्ड इस्लामिक सूफी कांफ्रेंस के बाद यह दूसरा बड़ा मौका है जब नरेंद्र मोदी मुस्लिम समुदाय के इतने बड़े कार्यक्रम पहुँचे।

नरेंद्र मोदी के इस दौरे के कई तरह के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। यह कार्यक्रम दाउदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरू के प्रवचन का है। जो नौ दिवसीय कार्यक्रम है जिसकी शुरूआत बुधवार से हुई है। दुनिया भर में बसे बोहरा समुदाय के लोग इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने खास तौर पर इंदौर पहुँचे हैं। इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज इंदौर पहुँचे उनके साथ लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन जो स्थानीय सांसद भी हैं। के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थे। इसे बीजेपी का बोहरा समुदाय के बहाने शिया मुस्लिमों को वोट बैंक बनाने की कवायद के रूप में भी देखा जा रहा है।

क्या कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोहरा समुदाय के 53वें धर्मगुरू से मुलाकात के बाद बोहरा समुदाय के लोगों को संबोधित किया और कहा कि आप सभी के बीच आना हमेशा मेरे लिए प्रेरक अवसर रहता है, इस अवसर पर आपने यहाँ आने का मौका दिया इसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूँ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इमाम हुसैन सिर्फ अमन और इंसाफ के लिए शहीद हो गए। आगे कहा कि उनकी सिख उस समय जितनी महत्वपूर्ण थी आज भी उतनी ही है। इन परंपराओं को मुखरता से प्रसारित करने की आवश्यकता है। इसी के आगे कहा कि मुझे खुशी इस बात की है कि बोहरा समुदाय का एक एक सदस्य इस मिशन में लगा हुआ है।

पीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि बोहरा समुदाय पूरे विश्व को भारत की आपस में जोड़े रखने की ताकत से परिचित करवा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं जहाँ भी जाता हूँ वहाँ शांति और विकास में अपने देश के योगदान की बातें करता हूँ। इस काम में वोहरा समाज की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रहती है।

पीएम मोदी के कार्यक्रम में पहुँचने के सियासी मायने-

इस कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी के पहुँचने के बहुत से सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बहुत ही कम समय बचा है। मध्यप्रदेश में बीजेपी की लगातार पंद्रह सालों से सरकार है उसे कुर्सी बचाए रखने की बड़ी चुनौती है। वहीं पिछले तीन बार से विधानसभा चुनावों में हार झेल रही कांग्रेस राज्य की सत्ता में आने को आतुर है।

वैसे भी बोहरा मुस्लिम समुदाय को नरेंद्र मोदी का समर्थक माना जाता है। क्योंकि सबसे ज्यदा बोहरा समुदाय गुजरात में है। उनके मुख्यमंत्री रहते इस समुदाय का पूरा समर्थन प्राप्त था। ऐसे में विधानसभा से लेकर आम चुनाव दोनों ही पास हैं तो पीएम के इस दौरे के सियासी मायने तो जरूर निकाले जाएंगे। पूरे मध्यप्रदेश राज्य में इस समुदाय के करीब ढाई लाख लोग हैं।

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