अध्यात्म

ये संकेत मिलने पर समझ लें नवरात्रि पूजा का मिल गया फल, माता रानी आपसे है प्रसन्न

नवरात्रि के दिनों में भक्तों के मन में माता के प्रति अटूट श्रद्धा देखने को मिलती है, सभी भक्त माता को प्रसन्न करने के लिए अपनी-अपनी तरफ से कोई भी कसर नहीं छोड़ते हैं, नवरात्रि के 9 दिनों तक भक्त माता के उपवास रखते हैं और विधि विधान पूर्वक माता की पूजा अर्चना करके इनको प्रसन्न करने की हर संभव कोशिश में लगे रहते हैं, नवरात्रि के पावन दिनों में लोग नवरात्रि व्रत के साथ-साथ दुर्गा सप्तशती का भी पाठ करते हैं और अपने घर में मिट्टी के बर्तन में जौ बोते हैं।

भले ही आप नवरात्रि के दिनों में माता की आराधना करें परंतु आपको इस बात का कैसे पता चलेगा कि माता रानी आपकी पूजा से प्रसन्न है या नहीं? शायद यह सवाल सभी लोगों के मन में अवश्य आता होगा? आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो अगर आपको नवरात्रि के दिनों में मिलते हैं तो इसका मतलब होता है कि माता रानी आपकी साधना से खुश है।

इन संकेतों से जाने माता रानी नवरात्रि पूजन से खुश है या नहीं

  • भक्त नवरात्रि की पूजा से पहले माता की आराधना की तैयारियां कर लेते हैं, पहले दिन कलश स्थापना की जाती है और मिट्टी के बर्तन में जौ बोया जाता है परंतु जौ के अंकुरित होने पर आपको बहुत से संकेत मिलते हैं, ऐसा बताया जाता है कि यह जौ अगर 3 दिनों में अंकुरित हो जाए तो यह बहुत ही शुभ फलदायक होता है।
  • यदि अंकुरित जौ का रंग हरा है तो यह शुभ संकेत माना गया है, इसकी वजह से वर्ष भर घर परिवार में खुशहाली बनी रहती है और घर में धन से जुड़ी हुई परेशानियों का समाधान होता है, इसकी वजह से आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।

  • अगर सफेद रंग के जौ उगते हैं तो यह बहुत ही शुभ कारी माना गया है, इसका मतलब होता है कि आपकी मनोकामना बहुत ही जल्द पूरी हो सकती है।
  • अगर अंकुरित जो पीले रंग के उगते हैं तो इसका अर्थ होता है कि आपके कार्य बन सकते हैं या फिर बिगड़ सकते हैं यानी कि आपको मिलाजुला फल मिलेगा।
  • अगर जौ अंकुरित होकर काले रंग के उगते हैं तो यह शुभ संकेत नहीं माना जाता है, इसका अर्थ होता है कि इसकी वजह से आपको निर्धनता का सामना करना पड़ेगा।
  • अगर अंकुरित जौ धुए के रंग में उगते हैं तो यह शुभ संकेत नहीं होता है, इसकी वजह से घर परिवार में परेशानियां बढ़ती है और घर में आए दिन किसी न किसी प्रकार का वाद विवाद होता रहता है, परिवार के लोगों के बीच संबंध खराब होने की संभावना रहती है।

  • कई बार ऐसा होता है कि नवरात्रि के दिनों में जौ नहीं उगते हैं ऐसी स्थिति में यह अशुभ संकेत माना जाता है, इसके कारण वर्ष भर परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है, कामकाज में रुकावट उत्पन्न होती है।
  • यदि जौ अंकुरित होकर नीले रंग के उगते हैं तो इसकी वजह से वर्ष में अकाल पड़ने की संभावना अधिक रहती है इसके अलावा अगर लाल रंग के उगते हैं तो इसकी वजह से शत्रु का भय अधिक रहता है और बीमारियां उत्पन्न होने की संभावना बनती है।

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