अध्यात्म

जानिए बालाजी के इस धाम से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण बातें, तभी प्राप्त होगा दर्शन करने का लाभ

बालाजी से संबंधित हमारे देश में बहुत से मंदिर मौजूद है जिनकी अपनी अलग अलग विशेषता बताई गई है, अक्सर इन मंदिरों में लोग अपने जीवन की दुख परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए दर्शन के लिए जाते हैं और बालाजी के दरबार में इनके सारे कष्ट दूर होते हैं, परंतु आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बालाजी के एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसके बारे में ऐसा बताया जाता है कि यहां पर आकर भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं, विशेष रूप से अगर किसी व्यक्ति के ऊपर प्रेत बाधा या फिर काली छाया है तो वह इस मंदिर में अपनी इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए आता है और बालाजी की कृपा से उसकी परेशानियां दूर होती है।

बालाजी का यह मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है, जिसको मेहंदीपुर बालाजी के नाम से लोग जानते हैं, मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं और यहां दर्शन करके अपनी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं, बालाजी के मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि जिन लोगों के ऊपर भूत प्रेत का साया होता है वह इस मंदिर में जरूर आते हैं और अपनी पीड़ा से मुक्ति पाते हैं।

मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए जो भी श्रद्धालु आता है उसको बाला जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, ऐसा बताया जाता है कि यहां पर बालाजी के सीने के बाईं तरफ एक छोटा सा छिद्र है जिसमें से जल निरंतर बहता रहता है, जो भी यहां पर दर्शन करने के लिए आता है वह सुबह और शाम की आरती में शामिल होकर आरती की छींटें अवश्य लेता है, ऐसा बताया जाता है कि इससे व्यक्ति के सभी रोग और ऊपरी बाधाएं दूर होती है, इस मंदिर के अंदर बालाजी, प्रेतराज और भैरव जी विराजमान है और इन तीनों को ही अलग-अलग प्रसाद अर्पित किया जाता है।

बाला जी को लड्डू, भैरव जी को उड़द और प्रेतराज को चावल का भोग लगाकर प्रसन्न किया जाता है, अगर आप भी मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने का विचार बना रहे हैं या फिर आपका प्लान बन चुका है तो इससे जुड़ी हुई कुछ बातों को जानना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि बालाजी के इस दरबार में अगर आपसे कोई भी गलती हुई तो इसकी वजह से आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है, इसलिए इस मंदिर से जुड़ी हुई कुछ सावधानियां बरतनी बहुत ही जरूरी है, ताकि आपको अपने दर्शन का पूर्ण लाभ प्राप्त हो पाए।

जानिए बालाजी के इस धाम से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण बातें

  • अगर आप मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं तो कम से कम आप को एक सप्ताह पहले ही प्याज, लहसुन, मदिरा, मांस, अंडा और शराब का सेवन बंद कर दें।
  • अगर आपको मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के पश्चात प्रसाद मिलता है तो आप उस प्रसाद को अपने घर भूल कर भी ना लाए, अगर आप ऐसा करेंगे तो इसकी वजह से आपके ऊपर प्रेत का साया आने की संभावना रहती है, अगर आप बालाजी के दर्शन करने के पश्चात वापस आ रहे हैं तो आपको अपने बैग, जेब इत्यादि को सही प्रकार से जांच कर लेनी चाहिए ताकि कोई खाने पीने की वस्तुओं ना रहे, यहां के नियम के अनुसार खाने पीने की कोई भी चीज आप घर ना ले जाए।
  • अगर आप बालाजी के इस मंदिर में जा रहे हैं तो आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना बहुत ही जरूरी है, अगर आप इस नियम का पालन नहीं करेंगे तो आपको अपने दर्शन का पूरा फल नहीं मिल पाएगा और आपको नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है।
  • बालाजी के इस दरबार में जो प्रसाद चढ़ाया जाता है उसको दर्खावस्त या फिर अर्जी कहा जाता है, बालाजी को प्रसाद अर्पित करने के पश्चात वहां से तुरंत निकलना चाहिए और अर्जी का प्रसाद लेते समय उसको पीछे की तरफ फेंक दिया जाता है और उसके पश्चात पीछे मुड़कर नहीं देखें।

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