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नींद न आने की समस्या से हैं आप परेशान, जानिए इसके लक्षण और कारण क्या हैं?

अनिद्रा या इनसोमेनिया कई प्राथमिक कारणों से हो सकती है, अनिद्रा आमतौर पर मानसिक तनाव, चिताएँ, कुछ जीवन से जुड़ी कुछ अनहोनी घटनाओं और कुछ आदतों का भी परिणाम हो सकती हैं। अनिद्रा आजकल युवाओं में काफी तेजी से फैल रही है इसका कारण युवाओं की आधुनिक जीवनशैली और कैरियर का अधिक बोझ भी हो सकता है। तनाव के कारण भी अनिद्रा की स्थिति बनी रहती है।

अनिद्रा के कारण-

  1. तनाव- अधिक भागम भाग जिंदगी के कारण तनाव की स्थिति पैदा होती है। काम के बोझ के कारण मष्तिस्क हमेशा सक्रिय रहती हैं। जिसके कारण नींद आना मुश्किल हो जाता है।
  2. सोने का टाइम सेट न होना- ये स्थिति अधिकतर युवाओं में रहती है, दिन में सोते रहना या फिर रात में सोने का अनियमित समय अनिद्रा का कारण हो सकता है। सोने के लिए उचित वातावरण का न होना भी नींद में दखल दे सकता है। या सोने से ठीक पहले किसी इलेक्ट्रानिक सामान का प्रयोग करना जैसे मोबाइल, लैपटॉप आदि भी अनिंद्रा का बड़ा कारण हो सकते हैं।
  3. शाम को अधिक भोजन करना- शाम को अधिक भोजन करना सोने में दखलअंदाजी कर सकता है। अच्छी नींद के लिए बेहतर होगा कि रात के समय कम खाएँ।

 

अनिद्रा के लक्षण- यदि आप रात में अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो आप दिनभर थकान महसूस करेंगे, शरीर दर्द की शिकायत रहेगी, सर में दर्द होगा। नींद शरीर को आराम देने के लिए बहुत जरूरी है। नींद नहीं  लेने से आपका दिमाग भी थका हुआ रहेगा और आप पूरे दिन अपने आप को सुस्त महसूस करेंगे। नींद से बॉडी के सभी पार्ट आराम पाते हैं। अगर आप बहुत दिनों तक इनसोमेनिया के शिकार रहेंगे तो हो डायबिटीज और मोटापा जैसे बीमारियों का खतरा बना रहता है। अगर अनिंद्रा की समस्या लगातार बनी हुई है तो किसी चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

अनिंद्रा के लक्षण-

  • बार बार नींद टूटना- अगर सोते समय आपकी नींद बार बार टूटती है तो समझिए आपके नींद में आराम नहीं है। ऐसा मानसिक तनाव या चिंता के कारण  भी हो सकता है।
  • रात में देर तक जागना- नींद नहीं  आने के कारण अगर आप देर रात तक जागते हैं तो ये दिमागी डिसअॉर्डर के संकेत हो सकते हैं। रात में देर तक जागना और फिर सुबह जल्दी उठ जाना दिखाता है कि आप अनिद्रा के शिकार हैं। एक सामान्य इंसान को छह से आठ घंटे की नींद की जरूरत होती है। अगर नींद पूरी नहीं होती तो आपके स्वभाव में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
  • रात में बार बार वॉशरूम जाने की आदत- अगर इस तरह का एहसास आपमें होता है तो किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ये  आपके  खून में शूगर लेवल के बढ़ने का संकेत भी हो सकता है।

  • ध्यान में कमी- अनिद्रा के शिकार व्यक्ति को ध्यान में कमी की शिकायत रहती है। ऐसे लोग किसी भी कार्य में अपना पूरा शत प्रतिशत नहीं लगा पाते क्योंकि उनमें कार्य को लेकर एकाग्रता नहीं रह जाती।
  • चिड़चिड़ापन- शरीर को आराम नहीं मिलने से मन अशांत रहता है, इसलिए चिड़चिड़ापन लाज़मी है।

  • सामाज से अलग रहना-  रिसर्च कहता है कि यदि आपको अनिद्रा जैसी बीमारी है तो आप समाज के दूसरे लोगों से मिलना जुलना बंद कर देंगे।

अनिद्रा से बचाव-

अपने दिनचर्या में नींद को महत्तवपूर्ण स्थान दें। ऐसी आदत आपको अच्छी नींद देने में सहायक होगी। कोशिश करें हमेशा एक्टिव रहने की और किसी कार्य में लगे रहें। ज्यादा तनाव नहीं लें। अपने सोने और जागने के समय को हर दिन एक जैसा रखें ताकि आपको नियमित नींद मिले। अपने बिस्तर को आरामदायक बनाएँ और सोने से पहले कुछ आरामदायक तरीके अपनाएँ ताकि आपके शरीर को पूरा पूरा आराम मिल सके।

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