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इन पोधों को घर पर लगाएं और हो जाएगी धन की बारिश !!

पुराणो और शास्त्रो में कुछ ऐसे पेडों के बारे में बताया गया है जिन्हें लष्मी का प्रतीक माना जाता कमल उनमे से एक है।कमल के बारे में सब जानते है लेकिन ऐसे और भी बहुत पेड़ होते है जो लष्मी का प्रतीक माने जाते है और जिन्हें घर मे लगाने से लष्मी माँ की कृपा होती है और धन की वर्षा होती है।

आज हम आपको कुछ ऐसे ही पेडों से वाकिफ कराएंगे जिसे केवल अपने घर मे लगाने से ही आप मालामाल हो सकते है।लष्मी कि कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी।आईए पढ़ते है कौनसे है वो पेड़।।

कमल

कमल का फूल शुद्धता का प्रतीक होता है साथ ही कमल के फूल को नैतिकता और ताकत का भी प्रतीक माना जाता है।कमल के पेड़ को आप घर मे मुख्य द्वार पर लगाये।ये आपके घर मे सकारत्मकता लाता है।इसके साथ ही ये घर मे रहने वाले लोगो के मन की शुद्धति भी करता है।

मनी प्लांट

Source : NurseryLive.com

मनी प्लांट एक बहुत ही शुभ पौधा माना जाता है मनी प्लांट सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।मनी प्लांट आपकी पैसो में वृद्धि करता है तथा धन का स्त्रोत भी बनाता है।आप इसे अपने आफिस में लगा सकते है ये वहाँ ज्यादा कारगर होता है।यदि आप इसे घर मे लगाना चाहते है तो इसे ड्राइंग रूम में लगा लीजिए।

लिली का पौधा

लिली के पौधों का खास वर्णन पुराणो में भी किआ गया है ये बहुत ही शुभ पौधा होता है।इसे आप अपने घर के लिविंग रूम में धारण कर ले।इस पौधे से आप देखेंगे कि आपके घर से सदस्य पहले से मुताबिक शांत हो जाएंगे गुस्सा भी कम आने लगेगा।मन की शांति होगी।जिस घर मे मन की शांति होती है वहाँ ख़ुशी तो निवास करती ही है।

चीनी फ्लॉवर

Source : Flickriver.com

चीनी फ्लॉवर नई सोच और एकता का प्रतीक होता है।इस पौधे को आप घर मे लाते ही देखेंगे कि आपके घर मे खुशियों का वास होगा।जिन घर मे बहुत लड़ाई होती है या फर जिन पति पत्नी में बहुत लड़ाई होती है उन्हें ये पौधा अपने लिविंग रूम या फर डाइनिंग रूम में धारण कर लेना चाइये ऐसा करने से उनकी सोच में समानता आएगी जिसे लड़ाई अवशय ही कम होगी।

जेड प्लांट

Source : Crateandbarrel.com

 

जेड प्लांट एक छोटे साइज का मनी प्लांट होता है।ये प्लांट आपके धन में वृद्धि करता है।लेकिन ये आपको केवल अपने आफिस में ही रखना है।इसे कभी भी घर मे ना रखें।ये केवल आप अपने आफिस में फ्रंट गेट पर लगा सकते है।पर इस बात का खास ध्यान रखे कि ये ज्यादा बड़ा नही होना चाइये और ना ही इसे ज्यादा पानी देना है।

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