अध्यात्म

आज संकष्टी चतुर्थी पर इस तरह करें भगवान गणेश जी की पूजा, हर मनोकामना हो जाएगी पूरी

भगवान श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता माना जाता है, ऐसा बताया जाता है कि इनके आशीर्वाद से व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं, मान्यता अनुसार संकष्टी चतुर्थी के दिन अगर भगवान गणेश जी की पूजा की जाए तो इससे व्यक्ति को बहुत ही शीघ्र फल की प्राप्ति होती है, संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी की पूजा और व्रत करने का खास महत्व माना जाता है, अगर आप इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा करते हैं तो इससे आपकी सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होंगी, 17 अक्टूबर 2019 यानी गुरुवार के दिन संकष्टी चतुर्थी है, वैसे तो संकष्टी चतुर्थी का व्रत और पूजा हर माह में आता है परंतु कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी का अलग महत्व माना गया है।

अगर हम शास्त्रों के अनुसार देखें तो कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी बहुत ही शुभ मानी गई है, अगर आप इस दिन भगवान गणेश जी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं तो इससे गणेश जी आपसे जल्दी प्रसन्न होंगे और आपकी सभी मुरादें पूरी करेंगे।

आज संकष्टी चतुर्थी पर इस तरह करें भगवान गणेश जी की पूजा

  • आप संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठने के पश्चात नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर इससे स्नान कीजिए और उत्तर दिशा की तरफ अपना मुंह करके भगवान गणेश जी की पूजा करें और इनको जल अर्पित करें।

  • बहुत से लोग ऐसे हैं जो संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत भी रखते हैं, अगर आप भी इस दिन व्रत रखते हैं तो इससे आपको गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
  • आप भगवान गणेश जी की पूजा के दौरान गणेश बीज मंत्र का जाप करें इसके पश्चात आप जल में तिल मिलाकर सूर्य को अर्पित कीजिए।
  • संकष्टी चतुर्थी की शाम को आप विधि विधान पूर्वक गणेश जी की पूजा करें और इनको दूर्वा अर्पित कीजिए, अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे धन के साथ-साथ आपको सम्मान की भी प्राप्ति होगी परंतु आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप भगवान गणेश जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल भूल कर भी मत कीजिए क्योंकि शास्त्रों के अनुसार तुलसी का प्रयोग गणेश जी की पूजा में वर्जित माना गया है।

  • अगर आप भगवान गणेश जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन तिल से बने हुए लड्डू गणेश जी को अर्पित करें, शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य दीजिए।
  • संकष्टी चतुर्थी के दिन आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि जिन लोगों ने इस दिन व्रत रखा है वह कंदमूल जैसे मूली, प्याज, गाजर और चुकंदर का सेवन ना करें क्योंकि व्रत के दौरान संकष्टी चतुर्थी के दिन इन चीजों का सेवन करना शुभ नहीं माना जाता है, आप उपवास के दौरान तिल के लड्डू या फिर तिल खाकर अपना व्रत खोल सकते हैं।

भगवान गणेश जी को सभी देवी देवताओं में प्रथम पूजनीय माना गया है, ऐसा बताया जाता है कि इनके आशीर्वाद से व्यक्ति के सभी बिगड़े हुए कार्य बनने लगते हैं और उनको अपने कामकाज में अपार सफलता हासिल होती है, उपरोक्त संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा विधि के बारे में जानकारी बताई गई है, अगर आप इसके अनुसार विधि विधान पूर्वक पूजा करते हैं तो इससे भगवान गणेश जी आपसे प्रसन्न होंगे और गणेश जी आपकी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी करेंगे।

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