अध्यात्म

महादेव के इन गुणों से हर शिवभक्तों को लेनी चाहिए सीख, आपके जीवन में आएगा अद्भुत सुधार

महादेव स्वभाव के बहुत ही भोले माने गए हैं यह अपने भक्तों से बहुत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं, कोई भक्त अगर अपने सच्चे मन से इनको एक लोटा जल भी अर्पित कर दे तो उस भक्त के ऊपर महादेव की कृपा दृष्टि बनी रहती है, वैसे सोमवार का दिन महादेव को समर्पित होता है इस दिन भगवान शिव जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है, ऐसा कहा जाता है कि अगर सोमवार के दिन भगवान शिव जी की पूजा अर्चना की जाए तो इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं, इसके अतिरिक्त हम सभी लोगों को भगवान शिव जी के स्वरूप को देखते हुए उनसे कुछ ना कुछ सीख अवश्य लेनी चाहिए, भगवान शिव जी के रूपों में बहुत से गुण मौजूद है और यह गुण जीवन का सूत्र भी माने गए हैं, जैसा कि आप लोग जानते हैं भगवान शिव जी की तीन आंखें, सिर पर चंद्रमा और नीलकंठ है जो हमको नए तरह से जीवन व्यतीत करने की प्रेरणा देती है।

अगर भगवान शिव जी से प्रेरणा ली जाए तो जीवन की सभी परेशानियां समाप्त होंगी और आप अपने जीवन को ठीक प्रकार से व्यतीत कर पाएंगे, आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से भगवान शिव जी के स्वरूप से हमें किन बातों को सीखना चाहिए इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं, इससे आपके जीवन में अद्भुत सुधार देखने को मिलेगा।

आइए जानते हैं शिव भक्तों को महादेव के गुणों से कौन सी लेनी चाहिए सीख

  • आप लोग तो जानते ही हैं कि भगवान शिव जी अपनी जटा में गंगा को धारण किए हुए हैं, भगवान शिव जी के इस गुण से हमें एकजुट होने की सीख प्राप्त होती है, भगवान शिव जी ने अपने बिखरे हुए केशों को एकत्र करके गंगा के विकराल रूप को शांत स्वरूप में परिवर्तित कर लिया था इसी प्रकार हमको एकजुट रहना चाहिए ताकि हम कठिन से कठिन परिस्थितियों का भी सामना कर सके।
  • भगवान शिव जी के तीन नेत्र हैं तीसरा नेत्र उनके मस्तक पर है और यह तीसरा नेत्र हमको यह सीख देता है कि दूरगामी परिस्थितियों को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ बाहरी नेत्रों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि सोच समझ कर ही कोई फैसला लेना चाहिए, इसलिए हर व्यक्ति को अपने आने वाले परिणामों पर ध्यान देना चाहिए।

  • भगवान शिव जी के मस्तक पर चंद्रमा मौजूद है चंद्रमा शीतलता और शांति का प्रतीक माना गया है, भगवान शिव जी के इस गुण से हमें यह सीख प्राप्त होती है कि चाहे परिस्थिति कैसी भी हो परंतु व्यक्ति को अपने ऊपर धैर्य बनाए रखना चाहिए व्यक्ति को धैर्य नहीं खोना चाहिए और व्यक्ति हमेशा अपने मन को कंट्रोल रखें।
  • भगवान शिव जी का एक रूप नीलकंठ भी है जो हमको गुस्से को सहन करने की सीख देता है, आप लोग जानते हैं गुस्सा हमेशा व्यक्ति की बुद्धि को नष्ट कर देता है जिसकी वजह से व्यक्ति बहुत सी परेशानियों में आ सकता है इसलिए व्यक्ति को अपने गुस्से को पीकर संयम रखना चाहिए अगर व्यक्ति अपने गुस्से पर काबू रखेगा तो उसको हर परिस्थिति में सही निर्णय लेने में सहायता मिलेगी और व्यक्ति का मन इधर-उधर नहीं भटकेगा।

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