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अयोध्या दर्शन करने पहुंचे तारिक फतेह, यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर और शाहीन बाग पर कही ये बातें

मशहूर समालोचक तारिक फतेह बुधवार के दिन भगवान् राम की नगरी अयोध्या पहुंचे। अयोध्या आने के बाद तारिक फतेह ने हनुमानगढ़ी के साथ साथ राम जन्मभूमि में भगवान् का दर्शन और पूजन किया और वहाँ पर मौजूद संतों से मिले। इस दौरान तारिक फतेह ने मीडिया से भी बातचीत की। मीडिया से बातचीत के दौरान तारिक फतेह बोले कि मुस्लिम महिलाएं खुद एनआरसी और सीएए का विरोध नहीं कर रही हैं। बल्कि उनके पतियों ने उन्हें विरोध करने के लिए कहा है। तारिक फतेह बोले सबसे पहले मुस्लिम पतियों को अपनी बीवियों को बुर्के से आज़ादी देनी चाहिए। उनके ऊपर से सभी प्रकार की पाबंदी हटानी चाहिए। अपनी बहन-बेटियों को बुर्के में बंद करके शाहीन बाग के लिए ये बोलना कि आगे बढ़ो, यह पूरी तरह से उनका दोगलापन है।

तारिक फतेह बोले कि एनआरसी का विरोध करने की वजह मुस्लिम समाज के मन में असुरक्षा की भावना घर कर गयी है। एनआरसी से बांग्लादेशी हिंदुओं के भारत में आने पर मुस्लिम समाज के मन में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है। मुस्लिमों समुदाय को ऐसा लगता है कि अगर उनकी आबादी ज़्यादा हो जाएगी तो उन्हें भारतीय पॉलिसी का सामना करने में आसानी होगी। पर अगर बांग्लादेश से हिन्दू भारत आएंगे तो उनकी जनसंख्या कम हो जाएगी। तारिक फतेह बोले कि यह मुस्लिम समाज की गलतफहमी है। मुस्लिम समाज के लोग अभी भी बंटवारे के समय से बाहर नहीं आये हैं। नहीं तो एनआरसी का विरोध मुस्लिम यूनिवर्सिटी शुरू होने की जगह जेएनयू से शुरू होता।

इसके अलावा तारिक फतेह ने यह प्रश्न किया कि यूनिवर्सिटी में धर्म से जुडी बातों का क्या काम? ताहिर फतेह बोले कि यूनिवर्सिटी में मुस्लिम समाज के लिए 50 परसेंट रिजर्वेशन है। तारिक फतेह ने सरकार से यह मांग की कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया जाए। सबसे पहले यूनिवर्सिटी से जिन्ना की तस्वीर हटानी चाहिए। तभी पूरी तरह से माना जाएगा कि आप देश के लिए बात कर रहे हैं। आप जिन्ना की तस्वीर को हटाने नहीं देते। तारिक बोले आर्टिकल 14 को संविधान की लड़ाई क्यों कहा जा रहा है? उन्होंने आगे कहा कि दरअसल मुस्लिमो द्वारा एनआरसी का विरोध करना भारतीय संविधान का रिजक्शन है। वहीं कांग्रेस के ऊपर निशाना साधते हुए तारिक फतेह ने कहा कि कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद आगे आकर सीएए के विरोध में चुनाव करें। चुनाव होने पर पता चल जायेगा। अगर वो चुनाव जीत जाते हैं तो सीएए को हटा दें।

वहीं राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए जाने वाले ट्रस्ट पर तारिक फतेह बोले कि जिन लोगों ने राम मंदिर का निर्माण करवाने के लिए लड़ाई लड़ी है, उन्ही लोगों को इस ट्रस्ट में शामिल होना चाहिए। राम मंदिर की लड़ाई 500 साल की लड़ाई थी। बाहर से एक व्यक्ति आया और उसने बिना किसी से पूछे वहाँ पर मस्जिद बना दिया। उस व्यक्ति को वह जमीन किसने दी? सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुस्लिम समाज को 5 एकड़ जमीन प्रदान करने पर तारिक फतेह ने कहा हिंदुस्तान में मस्जिद की कमी है क्या? जहां पर मस्जिद मौजूद है, वहाँ पर जुम्मे की नमाज हमारे भाई सड़कों पर अदा कर रहे हैं।

तारिक फतेह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को नमाज अदा करने के लिए मस्जिद की जरूरत नहीं है। लोग अपने घर में बैठ कर भी नमाज अदा कर सकते है पर वहां पर मौलवी मौजूद नहीं होगा। वहीं राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद राम जन्मभूमि के दर्शन पर तारिक फतेह ने कहा कि अगर मुझे वीजा मिलेगा तो मैं जरूर राम मंदिर का दर्शन करूंगा। इसके बाद रोहिंग्या मुसलमानों पर कमेंट करते हुए तारिक फतेह बोले कि वीज़ा के बिना रोहिंग्या मुसलमान जम्मू तक बैठे हैं। बीच में पटना में भी स्टे नहीं किया। रोहिंग्या की सारी नेतागिरी पाकिस्तान में है। उसका जो सबसे टॉप का नेता है, वह आजतक वर्मा नहीं गया। पैदा कराची में हुआ। पीस पार्टी द्वारा राम मंदिर बनाने के मामले पर रिब्यू पिटीशन करने पर तारिक फतेह बोले की रिव्यू पिटिशन दाखिल करने से उनकी हिंदी और इंग्लिश भाषा और भी अच्छी हो जाएगी। और इसी बहाने वो सीएए भी पढ़ लेंगे।

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