अध्यात्म

बाबा अमरनाथ यात्रा से जुड़ी हुई आश्चर्य कर देने वाली बातें, आप लोगों ने पहले नहीं सुनी होगी

दुनिया भर में बहुत से धार्मिक स्थल मौजूद है इन्ही धार्मिक स्थलों में से एक अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से माना जाता है इसलिए अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है हर वर्ष दुनिया भर से श्रद्धालु भगवान शिव जी के दर्शन के लिए भारी संख्या में आते हैं इस गुफा के अंदर 10 से 12 फीट ऊंचा प्राकृतिक शिवलिंग मौजूद है इस विषय में ऐसा माना जाता है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से ही भगवान शिव जी की विशेष कृपा प्राप्त हो जाती है क्या आप लोगों को इस बारे में जानकारी है कि अमरनाथ गुफा दक्षिण कश्मीर के हिमालयवर्ती क्षेत्र में स्थित है यह श्रीनगर से लगभग 141 किलोमीटर की दूरी पर 3888 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है जैसा कि आपको बताया गया है कि अमरनाथ तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्योंकि यहीं पर भगवान शिव जी ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था आज हम आपको इस लेख के माध्यम से अमरनाथ यात्रा से जुड़ी हुई ऐसी कुछ बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसको जानने के बाद हैरान हो जाएंगे।

आइए जानते हैं अमरनाथ यात्रा से जुड़ी हुई बातों के बारे में

  • अमरनाथ गुफा के बारे में ऐसा माना जाता है कि जिन श्रद्धालुओं को कबूतरों का जोड़ा नजर आता है उनको भगवान शिव और माता पार्वती अपने प्रत्यक्ष दर्शनों से निहाल करके उस प्राणी को मुक्ति प्रदान करते हैं।
  • विद्वानों का ऐसा मानना है कि जब भगवान शंकर जी माता पार्वती को अमर कथा सुनाने वाले थे तब उसी दौरान उन्होंने छोटे-छोटे अनंत नागों को अनंतनाग में छोड़ा माथे के चंदन को चंदन बाड़ी में उतारा अन्य पिस्सुओं को पिस्सू टॉप पर और गले के शेषनाग को शेषनाग नामक स्थान पर छोड़ दिया था यह सभी स्थान अमरनाथ यात्रा में ही शामिल है।

  • विख्यात पर्यटन स्थलों में से पहलगाम जम्मू से 315 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां की सुंदरता देखने लायक है अगर आप पहलगाम से जाते हैं तो इसके लिए जम्मू कश्मीर पर्यटन केंद्र से सरकारी बस उपलब्ध होती हैं।
  • जब आप पहलगाम पहुंच जाएंगे तो उसके पश्चात पहला पड़ाव चंदनबाड़ी है जो पहलगाम से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तीर्थयात्री पहली रात यहीं व्यतीत करते हैं यहां पर रात गुजारने के लिए कैंप भी लगाए जाते हैं यहीं से थोड़ी दूर पर पिस्सू घाटी की चढ़ाई आरंभ होती है।

  • पिस्सू घाटी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर देवताओं और राक्षसों के बीच घमासान युद्ध हुआ था जिस युद्ध के अंदर राक्षसों की हार हो गई थी।
  • अमरनाथ गुफा में सबसे आश्चर्य कर देने वाली बात यह है कि अमरनाथ शिवलिंग की ऊंचाई चंद्रमा के घटने बढ़ने के साथ साथ घटती बढ़ती रहती है पूर्णिमा के दिन शिवलिंग अपने पूरे आकार में होता है जबकि अमावस्या वाले दिन शिवलिंग का आकार कुछ छोटा हो जाता है यहां लगातार बर्फ की बूंदे गिरती रहती है जिससे लगभग 10 से 12 फीट ऊंचा शिवलिंग का निर्माण हो गया है।

अब आपको बाबा अमरनाथ यात्रा से जुड़े हुए राज और इनके तथ्य तो पता ही हो गए हैं और इन सभी बातों की जानकारी होना अति आवश्यक है वैसे हर मनुष्य को अपने जीवन में एक बार बाबा अमरनाथ यात्रा पर जरूर जाना चाहिए।

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