अध्यात्म

पूजा के दौरान शंख बजाने से मिलेंगे चमत्कारिक लाभ, जानिए शंख बजाने के फायदे

किसी भी शुभ कार्य या धार्मिक अनुष्ठान में शंख का इस्तेमाल अवश्य किया जाता है हिंदू धर्म में शंख को बहुत ही पवित्र माना गया है पौराणिक कथाओं के अनुसार शंख की उत्पत्ति समुद्र से हुई थी समुद्र मंथन के समय 14 रत्न प्राप्त हुए थे जिनमें से छठवां रत्न शंख था विष्णु पुराण के अनुसार धन की देवी माता लक्ष्मी जी समुद्र की पुत्री मानी गई है और शंख को उनका भाई बताया गया है इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में शंख होता है वहां पर धन की देवी माता लक्ष्मी जी का वास अवश्य होता है इसीलिए तो किसी भी धार्मिक मांगलिक विवाह जैसे कार्यक्रमों में शंख बजाने का नियम बताया गया है अगर आप अपने घर में शंख की स्थापना करते हैं तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है इसके अलावा शंख बजाने के पीछे धार्मिक महत्व के साथ साथ वैज्ञानिक महत्व भी माना गया है विज्ञान के अनुसार शंख की ध्वनि से वातावरण शुद्ध होता है, आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से शंख बजाने से आपको क्या क्या फायदे मिलते हैं इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

आइए जानते हैं शंख बजाने के फायदों के बारे में

  • अगर आप पूजा पाठ में रोजाना शंख बजाते हैं तो इससे आपके शरीर पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है विशेष रूप से फेफड़ों से संबंधित रोग शंख बजाने से दूर होते हैं आयुर्वेद में ऐसा बताया गया है कि अगर व्यक्ति रोजाना पूजा पाठ के दौरान शंख बजाता है तो इससे दमा काश प्लीहा यकृत जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है शंख बजाने से आपकी किडनी और जननांगों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।

  • शास्त्रों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि शंख बजाते समय उससे निकलने वाली ओम का नाद मानसिक रोगों को दूर रखता है शंखनाद से शरीर और आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है इतना ही नहीं इससे सतोगुण में भी बढ़ोतरी होती है।
  • वैसे देखा जाए तो शंख बजाना बहुत ही शुभ माना गया है परंतु इसके लिए भी कुछ समय बताए गए हैं शास्त्रों के मुताबिक रात के समय संध्या की आरती के पश्चात शंख नहीं बजाना चाहिए अगर आप ऐसा करेंगे तो इससे धन की देवी माता लक्ष्मी जी आप से नाराज हो जायेंगीं और आपको आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
  • शंख से वाणी संबंधित परेशानियां भी दूर होती हैं जिन बच्चों को बोलने में परेशानी होती है उनको शंख में पानी भरकर पिलाना चाहिए इससे फायदा मिलता है।

  • अगर किसी दंपति को संतान सुख प्राप्ति में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हो रही है तो इस स्थिति में नियमित रूप से दक्षिणावर्ती शंख में दूध भरकर शालिग्राम को स्नान करवाना चाहिए और पत्नी को प्रसाद के रूप में इस दूध का सेवन कराएं मान्यता अनुसार ऐसा करने से संतान प्राप्ति में आने वाली सभी बाधाएं दूर होंगी और व्यक्ति को संतान सुख की प्राप्ति होती है।

अब आपको तो इस बात की जानकारी हो ही गई होगी कि शंख बजाने से आपको कितने फायदे प्राप्त होते हैं इसीलिए आप अपनी पूजा में शंख का इस्तेमाल अवश्य कीजिए इससे आपको धार्मिक लाभ के साथ साथ स्वास्थ्य को भी लाभ प्राप्त होगा और आपके जीवन की समस्याएं दूर होंगी।

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