अध्यात्म

1 सितंबर से शुरू हो रहा है पंचक, ना करें ये काम अन्यथा हो सकता है नुकसान

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो किसी भी काम के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं। यदि कोई भी कार्य शुभ काल में किया जाए तो इससे सफलता मिलने की संभावना अधिक रहती है, परंतु अशुभ समय काल में काम किए जाए तो इसकी वजह से नुकसान हो सकता है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार ऐसे बहुत से समय काल है जिस अवधि के दौरान कई कार्य करना वर्जित माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ नक्षत्रों या ग्रह संयोग में शुभ कार्य करने शुभ माने जाते हैं। वहीं कुछ नक्षत्रों में कोई विशेष काम करने की मनाही रहती है। आपको बता दें कि 1 सितंबर 2020 से पंचक शुरू हो रहा है। मंगलवार को शुरू होने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है। इस दौरान आपको किन कामों को करने से बचना होगा? इसकी जानकारी देने जा रहे हैं।

जानिए कब से कब तक है पंचक

ज्योतिष के अनुसार 1 सितंबर 2020 को प्रातः काल 3:48 बजे से पंचक समय काल शुरू हो रहा है और यह 5 सितंबर 2020 का पूरा दिन पार करके देर रात 2:21 बजे तक रहने वाला है।

पंचक काल में भूलकर भी ना करें यह काम

  • आप पंचक समय काल के दौरान किसी भी प्रकार का लेनदेन मत कीजिए। व्यापार से जुड़े हुए लोगों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप कोई भी व्यापारिक सौदा करने से बचें।
  • पंचक काल में लकड़ी आदि जैसे कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है। आप इस अवधि के दौरान घर बनाने के लिए लकड़ी इकट्ठे मत कीजिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे धन हानि की होने की संभावना बढ़ती है।
  • पंचक काल के दौरान आप अपने घर की छत ना बनवाएं।
  • आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि पंचक में आप चारपाई या बेड खरीद कर अपने घर ना लाएं और ना ही इस समय के दौरान यह चीजें बनवाएं।
  • अगर पंचक काल में किसी का विवाह हुआ है तो उसको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप नई दुल्हन को अपने घर में लेकर मत आइए और ना ही घर से विदा कीजिए।
  • शास्त्रों के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि यदि किसी की मृत्यु हो गई है परंतु उसका अंतिम संस्कार ठीक प्रकार से नहीं किया गया है तो इसके कारण पंचक दोष लग सकता है। गरुण पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है, जिसके अनुसार व्यक्ति की मृत्यु पंचक के समय हो जाती है तो शव के साथ पांच पुतले आटे या कुश से बनाकर अर्थी पर रखें, इसके बाद इन पांचों के शव का पूरी विधि-विधान से अंतिम संस्कार कीजिए। इस तरह से पंचक दोष से छुटकारा मिलता है।
  • आप पंचम के दौरान किसी भी यात्रा पर जाने से बचे और ना ही धन से जुड़ा हुआ कोई काम कीजिए।

उपरोक्त पंचक समय काल कब से आरंभ हो रहा है और कब इसका समापन होगा? इसके बारे में जानकारी दी गई है, इसके अलावा पंचक काल में कौन से कार्य नहीं करने चाहिए, इसके बारे में आपने पढ़ा। अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं तो इससे आप कई परेशानियों से बच सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख अवश्य पसंद आया होगा। इसको अन्य लोगों में शेयर करना ना भूलें।

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