अध्यात्म

विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर जहां विराजमान है पोटली वाले गणेश, हर भक्त की इच्छाएं करते हैं पूरी

मनुष्य के जीवन पर अगर कोई संकट आता है तो वह भगवान को याद करता है, बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके मन में भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा है, लोग मंदिरों के अंदर भगवान के दर्शन करने के लिए जाते हैं और अपने जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा दिलाने की प्रार्थना करते हैं, हमारे देश भर में बहुत से मंदिर मौजूद है जिनकी अपनी कोई ना कोई विशेषता मानी गई है, इन्हीं मंदिरों में से भगवान गणेश जी के मंदिर भी स्थित है और सभी मंदिर की अलग-अलग मान्यता बताई गई है, आज हम आपको भगवान गणेश जी के एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो अपनी खासियत के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है, इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर की स्थापना 750 साल पहले राजस्थान से आए गरेड़ियो ने करवाई थी।

आज हम आपको जिस मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं यह भगवान गणेश जी का मंदिर मध्य प्रदेश के जुनी इंदौर में स्थित शनि मंदिर के समीप स्थित है, गणेश जी के इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि यह भगवान गणेश जी का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर गणेश जी ने अपने हाथ में एक पोटली लिया हुआ है, इस मंदिर में गणेश जी की जो प्रतिमा मौजूद है उनके हाथ में एक पोटली है, ऐसा माना जाता है कि अगर कोई भक्त पोटली लिए हुए भगवान गणेश जी की पूजा करता है तो उसके घर में सुख-समृद्धि और सम्पन्नता आती है, यही वजह है कि इस मंदिर के अंदर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है, विशेष रूप से गणेश चतुर्थी और दिवाली के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता है।

अगर हम भगवान गणेश जी के इस मंदिर की विशेषता के बारे में बात करें तो इस मंदिर के बारे में एक और विशेषता के बारे में कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति का विवाह किसी वजह से नहीं हो पा रहा है तो वह इस मंदिर में आकर भगवान गणेश जी की पूजा करके अगर उनको हल्दी की गांठ अर्पित करता है और उसके पश्चात यह हल्दी की गांठ अपने घर में रखकर इसकी पूजा-अर्चना करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं भगवान गणेश जी पूरी करते हैं और उसके विवाह में किसी भी प्रकार की अड़चन उत्पन्न हो रही है तो वह दूर हो जाती है।

भगवान गणेश जी के इस मंदिर के प्रति लोगों का अटूट विश्वास देखने को मिलता है, दूर-दूर से लोग इस मंदिर के अंदर अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं ऐसा बताया जाता है कि यहाँ प्राण प्रतिष्ठित हल्दी की गांठ गुरुवार के दिन भक्तों को दी जाती है अगर हल्दी की इस गांठ को पीले कपड़े में लपेटकर पूजा की जाए तो जीवन की सभी बाधाएं दूर होती है और जिन लोगों का विवाह नहीं हुआ है उनके विवाह का योग शीघ्र ही बनता है, भगवान गणेश जी के इस मंदिर में भक्त अपने जीवन के कष्टों से छुटकारा पाने के लिए आते हैं और अपने सच्चे मन से इस मंदिर में भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं, जो भक्त इस मंदिर में भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना करता है उसकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती है।

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