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स्कूलों का कर्ज चुकाने के लिए 2 बहनें बेच रही हैं नींबू पानी, गरीब बच्चों को स्कूल फ्री में देता है खाना

अमेरिका में दो बहनें नींबू पानी बेचकर कई सारे स्कूलों का कर्ज उतारने में लगी हुई हैं। इन दोनों बहनों के नाम हेली और हन्ना हैगर हैं। बताया जा रहा है कि ये दोनों बहनें जहां पर रहती हैं, वहां के कई सारे स्कूल कर्ज के नीचे दबे हुए हैं और ये दोनों बहनें दिन रात मेहनत कर इन स्कूलों के कर्जे को उतारने में लगी हुई हैं।

करीब 28 लाख का है कर्ज

नार्थ कैरोलिना में रहने वाली हेली की आयु मात्र 13 साल की है जबकि हन्ना हैगर की आयु 11 साल की है और  इन दोनों बहनों का लक्ष्य करीब 41 हजार डॉलर यानी 28 लाख रुपए जुटाने का है। हेली और हन्ना हैगर की मां के अनुसार ये दोनों अपने जिले के उन स्कूलों का कर्ज  चुकाना चाहती हैं, जो स्कूल गरीब बच्चों को फ्री में खाना दिया करते हैं और इस कर्ज को उतारने के लिए इन्होंने नींबू पानी का स्टाल लगाया है।

हेली और हन्ना की मां एरिन हैगर के मुताबिक जब इनकी बेटियों को पता चला कि इनके जिले के कई स्कूलों के ऊपर 41 हजार डॉलर का कर्जा है तो इन्होंने इस कर्ज को उतारने का फैसला किया और इस कर्ज को उतराने के लिए इन्होंने नीबूं पानी को बेचना शुरू किया। इन दोनों को उम्मीद है कि एक दिन ये इतनी बड़ी रकम को जुटा लेगीं और उन स्कूलों को कर्ज मुक्त कर देंगी जो बच्चों को खाना खिलाने का नेक काम करते हैं।

इस तरह से पता चला इन स्कूलों के कर्ज के बारे में

एरिन हैगर ने बताया कि पहले उनकी बेटियां अपने दादा के अस्पताल के लिए पैसा जुटाना चाहती थीं, मगर जब इन्हें ये पता चला कि जिले के तमाम स्कूल सरकार के कर्जदार हैं। तो इन्होंने स्कूलों के इस कर्ज को चुकाने की जिम्मेदारी उठाई। एरिन के अनुसार ‘हन्ना स्कूल साउथवुड एलीमेंट्री’ नामक स्कूल के ऊपर सरकार का करीब 2 लाख रुपए का कर्ज है और इसी तरह से अन्य स्कूल भी कर्ज के नीचे दबे हुए हैं। कुल मिलाकर पूरे जिले के स्कूलों का कर्ज 28 लाख रुपए तक का कर्ज है। एरिन हैगर के अनुसार ये सभी स्कूल उन बच्चों को खाना दिया करते हैं जिनके पास पैसे नहीं हैं और इसी कारण से इन स्कूलों पर ये कर्ज चढ़ गया है।

हो रही है तारीफ

हेली और हन्ना हैगर की इस कोशिश की तारीफ हर कोई कर रहा है और जैसे-जैसे लोगों को स्कूलों के कर्ज के बारे में पता चल रहा है, लोग इन दोनों बहनों की मदद भी कर रहे हैं। एरिन हैगर के मुताबिक फेसबुक पर चलाई गई मुहिम के कारण लोगों की मदद मिल रही है और लोग कुछ ना कुछ चीजे डोनेट कर रहे हैं।

वहीं साउथवुड एलीमेंट्री की प्रिंसिपल एशले लेम्ले से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए कर्जदार होना शर्म की बात नहीं है और ये दोनों बहन जिले के स्कूलों के लिए जो कर रही है उसपर हमें गर्व है। इन दोनों बहनों की और से किया जा रहा ये कार्य  काफी अद्भुत है।

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