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सब शरीर के भूखे थे, उन्हें प्यार नहीं सेक्स चाहिए था, फिर सोचा फ्री में क्यों, पैसे लेकर करो

जेरी एक ट्रांसजेंडर सेक्‍स वर्कर है। ट्रांसजेंडर वह लोग होते हैं जिन्हें लगता है वह गलत जेंडर के शरीर में कैद हैं। तो वह अपने पसंद के जेंडर की तरह रहने लगते हैं। कुछ ट्रांसजेंडर लोगों को सेक्स सर्विस भी देते हैं। जेरी उनमें से एक है। उसने अपने पैदा होने से लेकर सेक्स वर्कर बनने तक की जर्नी बताई है। इस दौरान काले समाज के कई राज भी खोले।

बचपन और स्कूल

जेरी 12 जून, 1992 को एक मिडिल क्लास परिवार में जन्मा था। वह आजमगढ़ से है। उसकी परवरिश एक ज्वाइंट फैमिली में हुई। परिवार पिछड़ी सोच का था। उसके जन्म पर सभी खुश हुए थे। वह बेटा जो था। बेटी होती तो उदास हो जाते। लेकिन उन्हें क्या पता था कि बेटा खुद को बेटी मानता है। उसकी 6 बहनें थी। मां और बहनें खूब प्यार करती। बाप रौब झाड़ता।

इतनी बहनों के बीच बड़ा होते हुए उसे भी उनकी तरह सजना-संवरना अच्छा लगने लगा। कभी वह उनकी लिप्स्टिक लगाता तो कभी चुनरी ओढ़कर डांस करता। बाप देख ले तो ढुलाई हो जाती। बचपन में इन हरकतों को बचपना समझ माफ कर दिया जाता। लेकिन जैसे-जैसे जेरी बड़ा हुआ उसके अंदर की लड़की बनने की इच्छा भी बड़ी हुई। अब उसकी हरकतों को आसानी से माफ नहीं किया जाता।

जेरी लड़की की तरह रहता और व्यवहार करता। इससे स्कूल में बच्चे उसे अजीब निगाहों से देखते। कभी तंग करते तो कभी मारते। एक दिन बच्चों ने उसे घेर लिया। जबरदस्ती कपड़े उतार दिए। लेकिन जब देखा कि इसका नीचे का हिस्सा तो लड़कों की तरह ही है तो छोड़ दिया। हालांकि इस हाथापाई में उसके पेट में सरिया लग गया। वह कई घंटे खून से लथपथ पड़ा रहा। फिर हिम्मत कर घर गया। चोट का कोई झूठा बहन बता दिया। घर वाले अस्पताल ले गए और वह ठीक होकर आ गया।

बॉयफ्रेंड और धोखा

जेरी और बड़ा हुआ। लेकिन वह खुद को अकेला और डरा हुआ महसूस करने लगा। वह अपने लड़केवाले शरीर से खुश नहीं था। उसकी लड़की बनने की इच्छा और गहरी होती गई। लेकिन डर की वजह से अपनी सच्चाई दुनिया से छिपाता रहा। उसे प्यार की तलाश थी। फिर स्कूल में एक बॉयफ्रेंड बना सन्‍नी। वह उसका पहला प्यार था। लेकिन स्कूल बाद वह कहीं गुम हो गया।

इसके बाद जेरी ने 9 बॉयफ्रेंड और बनाए। लेकिन सभी ने उसके शरीर का इस्तेमाल किया। प्यार किसी ने नहीं दिया। सबको उससे सिर्फ सेक्स चाहिए था। फिर एक दिन उसने सोचा “जब सेक्स ही देना है तो फ्री में क्यों? पैसे लेकर क्यों नहीं?” जेरी का भी सपना था कि वह पढ़ लिककर बड़ा इंसान बने। उसने एम.कॉम किया, सीए की परीक्षा भी दी। लेकिन जब जॉब का इंटरव्यू देने दिल्ली आया तो लोग उसकी डिग्री नहीं, उसका जेंडर देखने लगे।

इस अजनबी शहर में वह खुद को अकेला महसूस कर रहा था। मन में कड़वाहट और गुस्सा पनप रहा था। लेकिन फिर उसे कुछ ऐसे लोग मिले जो उसकी तरह थे। मर्द होने के बावजूद खुद को औरत समझते थे। उन्होंने मदद की। बताया तुम जैसे हो उसमें शर्म महसूस मत करो। सिर उठाकर शान से जिओ। उनके साथ रहते ही जेरी के सारे दुख एक बार में बह गए। अब वह उनके साथ एनजीओ में काम करने लगा। यहां अपने जैसों की काउंसिलिंग करने लगा।

पहला सेक्स क्लाइंट

हालांकि उसे अभी भी सच्चे प्यार की तलाश थी। इस दौरान वह कई लोगों के संपर्क में आया। लेकिन सभी रात के अंधेरे में मजे लेते और दिन में उसे पहचानने से इनकार कर देते। आखिर जेरी ने मन बना लिया। वह अब से सेक्स पैसों के बदले करेगा। उसने एक सेक्‍स साइट पर तन्‍मय राजपूत से प्रोफाइल बनाया। उसे जल्द पहला क्लाइंट मिला। बदले में 1500 रुपए भी मिले।

जेरी को लगा इस रास्ते भले बदनामी हाथ लगे, लेकिन पैसा अच्छा है। लेकिन ये बात गलत साबित हुई। यहां बदनामी और गंदगी ज्यादा मिली। पैसा जैसे आता, वैसे चला भी जाता। आखिर यह सिर उठाकर की गई कमाई नहीं, सिर छिपाकर अंधेरे में की गई कमाई थी। अब जेरी के लिए पीछे मुड़ना मुमकिन नहीं था। वह लगभग रोज सेक्स करने लगा। एक शादीशुदा लाइफ में भी कुछ दिनों या हफ्तों का अंतराल होता है। लेकिन जेरी को रोज रात अपना शरीर बेचना पड़ता था।

जेरी कहता है कि लोगों को सेक्स को लेकर बड़ी गलतफहमी है। उन्हें लगता है सेक्स खूबसूरत होता है। पर मेरे लिए ये प्यार नहीं सर्विस है। इसमें मेहनत लगती है, बहुत तकलीफ होती है। क्‍लाइंट बड़ी सजीब डिमांड करते हैं। हमे वह पूरी करनी होती है। उन्हें वाइल्‍ड सेक्‍स पसंद होता है। कोई मारता है, काऊ कट लगाता है तो किसी को तब तक मजा नहीं आता जब तक खून नहीं निकलता है।

लोग सेक्स पॉवर बढ़ाने की दवाई खाकर आते हैं। पूरी रात लगे रहते हैं। कोई ड्रग्स या नशा लेकर भी आता है। लेकिन मैं कोई नशा नहीं करता। ये काम पूरे होश में करता हूँ। मेरा शरीर सेक्स से वैसे ही कमजोर पड़ गया है। नशे से और बर्बाद नहीं करना चाहता। मेरी नजर में सेक्स कोई प्यार नहीं बस शरीर की भूख है। सच्चे प्यार में सेक्स जरूर नहीं होता है।

समाज की काली सच्चाई

क्लाइंट की पोल खोलते हुए जेरी बताता है- हमारे क्‍लाइंट बड़े-बड़े अधिकारी, पॉलिटिशियन, नेता, पुलिस वाले, एसएचओ होते हैं। हो सकता है आप दिन में जिस सज्जन को सूट बूट में देखते हैं वह रात को हमारा क्लाइंट बनकर आता है। एक बार तो ऐसा क्लाइंट भी आया जो बोला मेरी बीवी प्रेग्नेंट है। मुझे रिलीज होना। ओरल सेक्स दो। सच तो ये है 90 फीसदी मर्द औरत से सिर्फ दो ही काम चाहते हैं। पहला उनके साथ सोना, दूसरा मां बाप की सेवा करना। वह अपनी बीवी से प्यार नहीं करते।

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