अध्यात्म

बहुत चमत्कारिक है तीन चौपड़ मंदिर का दरबार, जहां त्रिदेवियां करती हैं सबकी मुरादें पूरी

इस संसार में हर किसी व्यक्ति की कोई ना कोई ख्वाहिश जरूर होती है जिस को पूरा करने के लिए वह दिन रात मेहनत करता है, हर कोई व्यक्ति चाहता है कि उसकी सभी मनोकामनाएं जल्द से जल्द पूरी हो जाए, उसकी कोई भी इच्छा अधूरी ना रहे, उसके सभी सपने साकार हो जाए, जिसके लिए वह अपनी तरफ से कोई भी कसर नहीं छोड़ता है, वह मेहनत के साथ साथ सभी तरह के उपाय और प्रयास करता है जिससे उसकी सभी ख्वाहिश जल्द से जल्द पूरी हो पाए, परंतु कई बार ऐसा होता है कि लोगों के द्वारा की गई सभी कोशिशें नाकामयाब साबित होती हैं, यदि आपकी भी कोई इच्छा पूरी नहीं हुई है तो आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो अपनी मान्यता और चमत्कार के लिए दुनिया भर में मशहूर है, ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर के अंदर सभी की मनोकामना जरूर पूरी होती है।

हमारे भारत देश में ऐसे बहुत से मंदिर स्थित है जो अपनी-अपनी मान्यताओं और चमत्कारों के लिए काफी प्रसिद्ध है, आज हम आपको जिस मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं उस मंदिर के अंदर एक साथ तीन देवियां विराजमान है और इस मंदिर के अंदर तीनों देवी की पूजा अर्चना की जाती है अगर आप इन तीनों देवियों की पूजा अर्चना करेंगे तो आपकी मनोकामना जरूर पूरी होंगी दरअसल, हम जिस मंदिर के बारे में आपको बताने वाले हैं यह मंदिर जयपुर में स्थित है इस मंदिर का नाम तीन चौपड़ मंदिर है इस मंदिर के बारे में ऐसा माना जाता है कि यहां चौपड़ों में स्थित त्रिदेवियां माता दुर्गा, महालक्ष्मी और देवी सरस्वती जी की पूजा करने से सभी व्यक्तियों की मनोकामनाएं पूरी होती है।

राजस्थान के जयपुर शहर में तीन चौपड़ मंदिर के अंदर पूजा करने वाले पुजारी विद्वानों द्वारा छोटी चौपड़ पर मां सरस्वती का यंत्र स्थापित किया गया है इसके अतिरिक्त रामगंज नामक चौपड़ पर माता दुर्गा का यंत्र और बड़ा चौपड़ पर महालक्ष्मी जी का यंत्र स्थापित किया गया है बड़े चौपड़ पर महालक्ष्मी जी का शिखर बंध मंदिर मौजूद है जिसका नाम माणक चौक रखा गया है इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर के अंदर नंदी पर सवार माता पार्वती और भगवान शिव जी के दुर्लभ दर्शन होते हैं माणक चौक चौपड़ पर बना लक्ष्मी नारायण मंदिर में बीचू बाई का महत्वपूर्ण योगदान रहा था इस मंदिर में विशेष अनुष्ठान के पश्चात माता लक्ष्मी जी की प्रतिमा स्थापित की गई थी।

यहां पर स्थित प्रतिमा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एक ही शिला में बनी हुई है जिसमें श्री हरि विष्णु के वाम भाग में महालक्ष्मी जी विराजमान है मंदिर के प्रवेश द्वार पर गरुण देवता विराजमान है जो इस मंदिर की सुरक्षा करते हैं इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति इन तीन देवियों की पूजा अर्चना करता है और इनसे अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती है इस मंदिर के प्रति लोगों का अटूट विश्वास है इस मंदिर से आज तक कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटा है अगर आप अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं तो इस मंदिर में जाकर इन तीन देवियों के दर्शन अवश्य कीजिए यह मंदिर अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए जाना जाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button