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हार्ट अटैक के लक्षण महसूस होने पर तुरंत करें ये 8 काम, बच सकती है आपकी जान

इंसान की जिंदगी बहुत महत्वपूर्ण होती है और इससे ब़ढ़कर कुछ होना भी नहीं चाहिए. इंसान अपने कामों में इतना खो जाात है कि आस-पास क्या हो रहा इसका पता उन्हें चल ही नहीं पाता. हार्ट अटैक का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं लेकिन अगर शुरुआती समय में आपको सही डॉक्टर मिल गया तो इलाज भी ठीक से हो जाता है. हार्ट अटैक का नाम जो भी सुन लेता है तो वो घबरा जाता है क्योकि उन्होंने अपने आसपास हार्ट अटैक का कारण सैकड़ों लोगों को मरते देखना होता है. लेकिन अगर हार्ट अटैक के लक्षण महसूस होने पर तुरंत करें ये 8 काम, इससे कम से कम आप अपनी जान तो बचाएंगे.

हार्ट अटैक के लक्षण महसूस होने पर तुरंत करें ये 8 काम

1. हार्ट अटैक आने से पहले सीने में दर्द होता है और कई बार तो सीने का दर्द बाएं कंधे और जबड़ों तक पहुंचने लगता है. इसके अलावा पीठ के बीचों-बीच रीढ़ की हड्डी पर भी तेज दर्द महसूस होने लगता है और अचानक आंखों के सामने अंधेरा छाने लगता है और वे बेहोश होने के चांस भी बढ़ जाते हैं.

2. अगर व्यक्ति चल रहा है या खड़ा है तो गिर भी सकता है. तेज दर्द के साथ ही चेहरे और शरीर से पसीना बहुत आने लगता है.

3. लक्षण समझ आने पर सबसे पहले एंबुलेंस को कॉल करें. इनका नैशनल इमरजेन्सी नंबर 102 है और इसपर कॉल करें या अपने राज्य की इमरजेन्सी एंबुलेंस सेवा नंबर पता करके इसे फोन में सेव कर लें क्योंकि ये स्थिति किसी के सामने भी बन सकती है.

4. आप जहां भी या जिस भी स्थिति में हों वहीं पर बैठ जाएं. अगर आपके आसपास कुर्सी या सीट है, तो उसी पर बैठ जाएं और कुछ नहीं है तो जमीन पर बैठ जाएं क्योंकि बैठने से राहत मिलती है. अगर आपके कपड़े टाइट हैं, तो उन्हें तुरंत ढीला कर लें. शर्ट की ऊपर की बटन खोलें और गले में टाई पहनी है, तो निकाल कर फेंक दें.

5. हार्ट अटैक महसूस होने पर जोर-जोर से गहरी सांसें लें और सांसें लेते समय गिनती भी करें. जितनी गहरी और जल्दी-जल्दी आप सांसें लेंगे, आपके फेफड़ों को उतनी ही जल्दी ऑक्सीजन मिलेगा.

6. 300 MG की एस्प्रिन टेबलेट को तुरंत चबा लें और अगर किसी व्यक्ति को पहला हार्ट अटैक आया हो या वो हाई ब्लड प्रेशर का मरीज हो तो उसे अपने साथ 2-3 एस्प्रिन की टेबलेट्स जरूर रखनी चाहिए. अगर आपके पास एस्प्रिन टेबलेट नहीं है, तो अपने आसपास के लोगों से तुरंत मदद मांग लें.

7. एस्प्रिन के तुरंत बाद नाइट्रोग्लिसरीन की 1 टेबलेट को अपनी जीभ के नीचे रखें और चूसें निगलें नहीं.

8. अगर दर्द में कुछ कमी न महसूस हो, तो 15 मिनट में नाइट्रोग्लिसरीन की 1 और टेबलेट लेना सही रहता है.

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