अध्यात्म

इस मंदिर में शिव जी का जलाभिषेक स्वयं करती है गंगा, दर्शन के लिए उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़

भगवान शिव जी के प्रति भक्तों की आस्था और विश्वास कूट-कूट कर देखने को मिलता है, भगवान शिव जी की कृपा पाने के लिए अक्सर लोग इनकी पूजा-अर्चना में लीन रहते हैं और अपने जीवन के समस्त दुखों से छुटकारा प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं, वैसे देखा जाए तो देश भर में भगवान शिव जी के बहुत से मंदिर मौजूद है जिनकी कोई ना कोई खासियत और चमत्कार की वजह से दुनिया भर में प्रसिद्ध है, इन्हीं मंदिरों में से एक ऐसा मंदिर है जहां एक अद्भुत रहस्य देखने को मिलता है, जी हां, इस मंदिर के अंदर भगवान शिव जी के शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि स्वयं गंगा माता करती हैं, इस मंदिर के अंदर सबसे बड़ी खास बात यह है कि यहां शिवलिंग का जलाभिषेक साल के 12 महीने और 24 घंटे होता रहता है।

आज हम आपको भगवान शिव जी के जिस मंदिर के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह शिव जी का प्राचीन मंदिर झारखंड में स्थित है, झारखंड के रामगढ़ जिले में भगवान शिव जी का एक रहस्यमई मंदिर मौजूद है, ऐसा बताया जाता है कि ब्रिटिश शासन के दौरान कई अंग्रेज भी यहां दर्शन करने के लिए आते थे क्योंकि इस मंदिर में एक ऐसा चमत्कार छुपा है जिसके बारे में आज तक किसी को भी सही जानकारी नहीं पता है, श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी है और यहां के कण-कण में भगवान शिव जी और माता पार्वती जी समाए हुए हैं, इस मंदिर में आने के पश्चात लोगों की श्रद्धा और दृढ़ विश्वास शिवजी के प्रति और अधिक बढ़ जाती है, इस मंदिर को टूटी झरना के नाम से भी लोग जानते हैं, इस मंदिर में एक जल स्रोत से पानी की धारा प्रवाहित होती रहती है और शिवलिंग पर गिरती है।

भगवान शिव जी को देवों का देव कहा जाता है, भगवान शिव जी का हर ग्रह नक्षत्र और समस्त पंच भूतों पर नियंत्रण है, इसी वजह से जल शक्ति भी उनकी आज्ञा का पालन करती है, भगवान शिव के शिवलिंग पर निरंतर जल से अभिषेक होता रहता है, इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि स्वयं गंगा माता शिव जी का जलाभिषेक करती हैं, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं भगवान शिव जी ने अपनी जटाओं में माता गंगा को धारण किया है, इस मंदिर में माता गंगा भी शिव जी के संग विराजमान है, इस मंदिर में शिवलिंग के पास माता गंगा की एक प्रतिमा मौजूद है, जिनकी हाथों से जल निकलता है और यह लगातार प्रवाहित होता रहता है, जो शिवलिंग का अभिषेक करती रहती है।

भगवान शिव जी के इस मंदिर में लोग दूर-दूर से पूजा करने के लिए आते हैं, साल भर इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है, यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि जो भक्त टूटी झरना मंदिर में भगवान के इस अद्भुत रूप के दर्शन करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, यहां पर आने वाले भक्त शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं और लोग अपने घर इस जल को ले जाते हैं, इस जल को ग्रहण करने से मन की शांति प्राप्त होती है और जीवन की सभी परेशानियों का सामना करने की शक्ति मिलती है।

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