गरुण पुराण के अनुसार इस वजह से जिंदगी में आते हैं दुख, बचने के लिए करें यह काम
मनुष्य के जीवन के हर मोड़ पर बहुत सी परिस्थितियां आती है, जिसका सभी व्यक्तियों को सामना करना पड़ता है, यदि हम पुराणों के अनुसार देखे तो इसमें मनुष्य के सुख-दुख और सफलता के बारे में बहुत सी बातों का जिक्र किया गया है, हिंदू धर्म में कुल 18 पुराण बताए गए हैं और इन सभी पुराणों में से गरुण पुराण को बहुत ही विशेष माना गया है, गरुण पुराण के अनुसार पाप और पुण्य कर्मों के बारे में विस्तार पूर्वक उल्लेख किया गया है, इनमें ऐसी बहुत सी नीतियां बताई गई हैं जिन पर अगर व्यक्ति ध्यान देता है तो वह अपने जीवन की परेशानियों से मुक्ति पा सकता है, इतना ही नहीं बल्कि इन बातों को ध्यान में रखकर व्यक्ति अपने जीवन में कामयाबी भी हासिल करेगा।
आज हम आपको गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने वाले हैं जो आपके जीवन में परेशानियों का कारण बनती है, आखिर इन परेशानियों से आप कैसे छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं? आप इसकी जानकारी भी जाने।
गरुण पुराण के अनुसार इस वजह से जीवन में आता है दुख
पति-पत्नी एक दूसरे पर भरोसा करें
पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही पवित्र माना जाता है, ये सात जन्मो का रिश्ता माना गया है, यह एक ऐसा रिश्ता है जो एक दूसरे के विश्वास पर ही टिकता है, यदि इन दोनों का एक दूसरे पर से भरोसा उठ जाए तो समझिए पूरा परिवार टूटने के कगार पर आ जाता है, इसी वजह से हमेशा पति-पत्नी को एक दूसरे के ऊपर विश्वास करना बहुत ही जरूरी है, अगर यह भरोसा करना बंद कर देते हैं तो जीवन बर्बादी की तरफ चला जाता है, इसी कारण से आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप अपने जीवनसाथी का कभी भी भरोसा ना टूटने दे, यदि किसी मोड़ पर किसी प्रकार की गलतफहमी या परेशानी आती है तो आप एक दूसरे को समझा सकते हैं, ऐसी परिस्थितियों में आपको काफी धैर्य पूर्वक काम लेने की आवश्यकता है।
जीवन साथी के स्वास्थ्य पर ध्यान दें
यदि आपका जीवन साथी शारीरिक रूप से पीड़ित है, उसकी सेहत खराब है तो आपको अपने बीमार जीवनसाथी की देखभाल करनी चाहिए, आप हमेशा चाहे काम में कितने भी बिजी हो, इनको प्राथमिकता दीजिए ,इससे आप दोनों के बीच प्रेम बना रहेगा और आप अपना सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत करेंगे, गरुण पुराण के अनुसार यदि पति-पत्नी दोनों स्वस्थ रहेंगे तो पारिवारिक माहौल भी ठीक रहेगा, सुखी वैवाहिक जीवन के लिए यह बहुत ही आवश्यक है।
अपमानजनक बातें देती है दुख
सभी लोगों का मान-सम्मान होता है और सबकी इच्छा होती है कि उनको मान-सम्मान मिले, लेकिन कई बार ऐसा देखा जाता है कि किसी वजह से कोई अपमानजनक बात कह देता है तो मन को काफी दुख पहुंचता है, ऐसी स्थिति में आपको गुस्सा करने से बचना चाहिए और धैर्य पूर्वक काम लीजिए अन्यथा आपकी परेशानियां कम होने की जगह बढ़ेगी।
असफलता से सीख लें
मनुष्य अपने किसी भी कार्य में सफलता पाने की चाहत से अधिक मेहनत करता है, परंतु कई बार ऐसा होता है कि उसको असफलता का सामना करना पड़ता है, यदि आप कोई भी काम आरंभ करते हैं तो आपको इस बात की जानकारी नहीं होती है कि आपको उस कार्य में सफलता मिलेगी या फिर असफलता, यदि आप अपने किसी कार्य में असफल हो गए हैं तो आप कोशिश करना बिल्कुल भी ना छोड़े, आप असफलता से सीख लेकर आगे बढ़े, निश्चित ही आपको सफलता प्राप्त होगी।