अध्यात्म

हनुमानजी की इस विधि से करें पूजा, भक्तों को मिलेगा आशीर्वाद, ग्रह भी नहीं पहुंचा सकेंगें नुकसान

हिंदू धर्म में संकट मोचन महाबली हनुमान जी को सर्व शक्तिशाली देवता माना गया है। ऐसा बताया जाता है कि यदि इनकी कृपा दृष्टि किसी व्यक्ति पर हो तो उस व्यक्ति के जीवन की बिगड़ी हुई स्थिति सुधर जाती है। व्यक्ति का दुर्भाग्य भी समाप्त हो जाता है। हर क्षेत्र में व्यक्ति सफलता हासिल करता है। कलयुग में भी महाबली हनुमान अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। जो भक्त अपने सच्चे हृदय से इनकी पूजा-अर्चना करता है उनके ऊपर इनका आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार महाबली हनुमान जी भगवान शिव जी के 11वें रुद्रवतार हैं। हर तरफ इनकी कीर्ति है। हनुमान जी भगवान श्री राम जी के परम भक्त हैं। हनुमान जी को माता सीता जी ने अष्ट सिद्धि और नवनिधि का वरदान दिया हुआ है, जिसकी वजह से इस संसार में हनुमान जी के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।

दुनिया भर में हनुमान जी के भक्तों की कमी नहीं है। भक्त हनुमान जी की पूजा-अर्चना करके इनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं। आज हम आपको हनुमान जी की आराधना की विधि बताने जा रहे हैं। यदि आप इस विधि से हनुमान जी की पूजा करते हैं तो इससे ग्रह भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे।

इस प्रकार करें हनुमान जी की आराधना

  • भक्तों को हनुमान जी की आराधना के दौरान इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप अपनी भावना प्रबल करते हुए हनुमान जी की पूजा कीजिए।
  • हनुमान जी की पूजा के दौरान मन में विश्वास होना बहुत ही आवश्यक है तभी आपको इनकी कृपा मिलेगी।
  • हनुमान जी की पूजा करने से पहले आपको अपने घर के पूजा स्थल की ठीक प्रकार से साफ-सफाई करनी होगी। उसके बाद आप हनुमान जी की एक तस्वीर रखें और उसके समक्ष दीप जलाएं।
  • हनुमान जी का ध्यान करते हुए धूप, दीप, फल, फूल, मिष्ठान आदि चीजें अर्पित कीजिए। अगर आप ब्रह्म मुहूर्त या फिर शाम के समय गोधूलि की बेला में आप हनुमान जी की पूजा करते हैं तो इससे इनकी कृपा अवश्य प्राप्त होती है।

हनुमान जी की आराधना में इन बातों का रखें ध्यान

आप हनुमान जी की पूजा करने से पहले प्रथम पूजनीय श्री गणेश जी की पूजा करें। कम से कम 11 बार “ओम गं गणपतए नमः” का जाप करें, इसके पश्चात आपको हनुमान जी का ध्यान करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करना होगा। आप हनुमान चालीसा का पाठ कम से कम 5 बार कीजिए। जब हनुमान चालीसा का पाठ पूरा हो जाए तो आपको भगवान श्री राम जी का ध्यान करना होगा। मन ही मन आप राम नाम का जाप करें। इससे हनुमान जी प्रसन्न होंगे।

हनुमान जी की आराधना से इन ग्रहों से मिलेगा शुभ फल

मंगल ग्रह

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं हम हनुमान जी एक शक्तिशाली देवता है, जिनकी शक्तियों का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। हनुमान जी का जन्म मंगलवार के दिन हुआ था। यह सेनापति मंगल के कारक देव माने जाते हैं, इसलिए आप अगर मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा करते हैं तो मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से छुटकारा मिलता है।

शनि देव

अगर आप शनिदेव के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो इसके लिए हनुमान जी की आराधना करें। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति हनुमान जी की शरण में जाता है उसके ऊपर शनि का बुरा प्रभाव नहीं रहता है।

सूर्य देव

सूर्य देव हनुमान जी के गुरु हैं। हनुमान जी ने सूर्य देव से शिक्षा ग्रहण की थी। अगर आप हनुमान जी की उपासना करते हैं तो इससे सूर्य देव भी प्रसन्न होते हैं।

राहु-केतु

राहु-केतु को सभी ग्रहों में क्रूर छाया ग्रह माना जाता है। अगर आप हनुमान जी की पूजा-आराधना करते हैं तो इससे इन क्रूर ग्रहों के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है।

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