अध्यात्म

2 जून निर्जला एकादशी पर करें यह उपाय, विष्णुजी की कृपा से सुखी होगा जीवन

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार निर्जला एकादशी का व्रत बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता है, इसको भीमसैनी एकादशी भी कहा जाता है, बिना पानी के व्रत को निर्जला व्रत कहते हैं, धार्मिक मान्यताओं अनुसार ऐसा बताया गया है कि जो व्यक्ति अपनी सच्ची श्रद्धा के साथ इस व्रत को करता है तो उसके जीवन के समस्त पाप दूर होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है, इस व्रत को करने से सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है, निर्जला एकादशी का व्रत करने से जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है, आपको बता दें कि 01 जून 2020 को 2:57 बजे दोपहर से एकादशी तिथि प्रारंभ है और इसका समापन 02 जून 2020, 12:04 बजे पर है, पारण मुहूर्त प्रातः काल 5:30 बजे से 8:08 बजे 03 जून 2020 को रहेगा।

अगर आप निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं और अपने जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इसके लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं, इन उपायों को करने से आपके जीवन की बहुत सी परेशानियां दूर होंगी और जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी की कृपा से आपका जीवन खुशहाल बनेगा।

निर्जला एकादशी पर करें यह उपाय

  • अगर घर परिवार में किसी प्रकार का वाद विवाद बना रहता है तो आप निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु जी को पीले रंग के कपड़े, फल और अनाज अर्पित कीजिए, भगवान विष्णु जी की पूजा करने के पश्चात आप इन चीजों को ब्राह्मण को दान दे सकते हैं, अगर आप यह उपाय करते हैं तो इससे घर परिवार का क्लेश समाप्त होता है।
  • आप निर्जला एकादशी के दिन किसी भी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव जी को नारियल, बेलपत्र, सीताफल, सुपारी और मौसमी आदि अर्पित कीजिए।

  • आप निर्जला एकादशी के दिन दान अवश्य करें, इस दिन आप गरीब लोगों को फल, मिठाई, कपड़े, तिल का दान कर सकते हैं।
  • घर परिवार में सुख शांति बनाए रखने के लिए आप निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु जी को खीर का भोग लगाएं, लेकिन आप इस बात का ध्यान रखें कि आप इसमें तुलसी का पत्ता अवश्य डाल दीजिए।

  • मान्यता अनुसार पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु जी का निवास होता है, इसलिए आप निर्जला एकादशी के दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित कीजिए, अगर आप ऐसा करेंगे तो इससे आपको अपने सभी कर्जो से छुटकारा मिलेगा।
  • अगर आप भगवान विष्णु जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इसके लिए निर्जला एकादशी के दिन स्नान करने के पश्चात श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें।
  • आप निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी की प्रतिमा का केसर मिले दूध से अभिषेक कीजिए, इससे विष्णु जी प्रसन्न होते हैं।
  • शास्त्रों के अनुसार अगर व्यक्ति निर्जला एकादशी के दिन आंवले का रस डालकर स्नान करता है तो उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
  • अगर आप अपनी अधूरी मनोकामना को पूरा करना चाहते हैं तो निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु जी को पीले फूल अर्पित करना ना भूले।

उपरोक्त निर्जला एकादशी पर किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में जानकारी दी गई है, अगर आप यह उपाय करते हैं तो इससे भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद आपके ऊपर हमेशा बना रहेगा और आपके जीवन की कई परेशानियां दूर हो सकती है, इन उपायों को करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होगी और समस्त पापों का नाश होगा।

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