अध्यात्म

शनि प्रकोप से बचने के लिए हर मनुष्य को करने चाहिए ये काम, कभी नहीं शनिदेव करेंगे परेशान

ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी अवश्य होगी कि मनुष्य के कर्मों का लेखा जोखा न्याय के देवता शनिदेव करते हैं, जैसे मनुष्य के कर्म होते हैं उसी के अनुसार ही शनिदेव फल प्रदान करते हैं, इनका रंग रूप देखकर अक्सर लोगों का मन भयभीत हो जाता है, हर किसी व्यक्ति के मन में यही भय रहता है कि कहीं उनसे शनि महाराज नाराज ना हो जाए, शनि देव को सभी देवताओं में क्रोधित देवता माना जाता है, जो मनुष्य अपने जीवन में अच्छे कार्य करता है उसको शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है परंतु बुरे कार्य करने वाले लोगों को शनि देव के दंड का सामना करना पड़ता है।

शनिदेव सभी के साथ उचित न्याय करते हैं, अगर आप चाहते हैं कि आपको शनि महाराज के प्रकोप का सामना ना करना पड़े तो आज हम आपको कुछ ऐसे कार्यों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिनको अगर मनुष्य अपने जीवन में करता है तो उसको शनिदेव कभी परेशान नहीं करते हैं, इस तरह के कार्य करने वाले लोग हमेशा शनिदेव के प्रकोप से बचे रहते हैं।

आइए जानते हैं शनि प्रकोप से बचने के लिए मनुष्य को कौन से करने चाहिए काम

  • आप लोगों ने तो सुना ही होगा कि व्यक्ति अगर मेहनत करे तो अपनी किस्मत बदल सकता है, शनि महाराज भी मेहनती लोगों को अधिक पसंद करते हैं, शनिदेव और मेहनती व्यक्ति का परस्पर गहरा संबंध माना जाता है, जो व्यक्ति अपना पूरा ध्यान मेहनत पर लगाता है और स्वयं को सदैव स्पष्ट रखता है ऐसे व्यक्ति से शनिदेव अति प्रसन्न होते हैं, व्यक्ति के मेहनत के अनुसार ही शनिदेव उसका भाग्य बनाते हैं, इसलिए व्यक्ति को अपने जीवन में कठिन मेहनत करने से पीछे नहीं हटना चाहिए।
  • शनिदेव सभी मनुष्य को एक समान देखते हैं, कभी भी यह भेदभाव की भावना नहीं रखते हैं और ना ही न्यायधीश शनिदेव किसी तरह की भावनाओं में बहकर निर्णय लेते हैं, व्यक्ति अपने जीवन में जिस प्रकार के कार्य करता है उसी के अनुसार ही शनिदेव फल प्रदान करते हैं, अच्छे लोगों के साथ शनि देव हमेशा साथ रहते हैं, परंतु बुरे काम करने वाले लोग शनिदेव के दंड के भागी बनते हैं, इसलिए व्यक्ति को कभी भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जो गलत हो, क्योंकि मनुष्य जो भी कार्य करता है उसको इस बात की जानकारी होती है कि वह क्या कर रहा है।

  • जो लोग छल कपट से दूर रहते हैं, जो लोग हमेशा अन्य लोगों के साथ अच्छा व्यवहार रखते हैं ऐसे लोगों से शनिदेव अत्यधिक प्रसन्न होते हैं, शनि देव सूर्य की पत्नी संज्ञा की छाया अर्थात प्रतिबिंब के पुत्र है, हमारा चरित्र भी छाया की भांति हमेशा हमारे साथ ही रहता है।
  • मनुष्य अपने जीवन में तरह-तरह के तरीके अपना कर सफलता तो प्राप्त कर लेता है लेकिन उसको अपनी सफलता की कोई खुशी अंदर से महसूस नहीं होती है क्योंकि सफलता प्राप्ति के लिए अपनाए गए तरीके सही नहीं होते हैं, जो कामयाबी पाने के लिए गलत मार्ग चुनता है उससे शनिदेव नाराज होते हैं, इसलिए मनुष्य को अपने जीवन में कामयाबी पाने के लिए सही मार्ग का चयन करना चाहिए, इससे उस व्यक्ति को आंतरिक खुशी मिलेगी और उसका जीवन भी सुख शांति पूर्वक व्यतीत होगा।

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