अध्यात्म

जानिए कब है नाग पंचमी? इस विधि से करेंगे पूजा तो मिलेगा नाग देवता का आशीर्वाद

सावन के पावन महीने में भगवान शिव जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है, सावन का महीना देवों के देव महादेव को अति प्रिय है, परंतु इस पवित्र महीने में शिव जी के अलावा भी महादेव के कंठ पर निवास करने वाले नाग देवता की भी पूजा होती है, जिसको नाग पंचमी के रूप में लोग जानते हैं, अगर हम धार्मिक मान्यता अनुसार देखे तो नाग देवता की पूजा-आराधना करने से भक्तों को इनका आशीर्वाद मिलता है, जिससे जीवन की बहुत सी परेशानियां दूर हो जाती है, अगर आप नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करते हैं तो इससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है।

जानिए कब मनाई जाती है नाग पंचमी

नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा का विधान है, सावन महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है, इस दिन नागों की पूजा होती है, मान्यता अनुसार यदि इस दिन नाग देवता की पूजा की जाए तो इससे व्यक्ति को विशेष फल मिलता है, इस बार नाग पंचमी 25 जुलाई, शनिवार को मनाई जाएगी, इस बार नाग पंचमी पर ख़ास संयोग बन रहा है, नाग पंचमी पर मंगल वृश्चिक लग्न में होंगे, इस दिन कल्कि भगवान की जयंती भी मनाई जाएगी और विनायक चतुर्थी व्रत का पारण भी होगा।

नाग पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त

इस बार सावन महीने में नाग पंचमी 25 जुलाई 2020 को मनाई जाएगी, पंचमी तिथि का प्रारंभ 24 जुलाई 2020 को 14:33 बजे से है और इसकी समाप्ति 25 जुलाई 2020 को 12:01 बजे पर है, अगर हम इसके शुभ मुहूर्त की बात करें तो पूजा का शुभ मुहूर्त 5:47 बजे से 8:27 बजे मिनट तक रहने वाला है।

नाग पंचमी का महत्व

नाग पंचमी के दिन नाग पूजन का अत्यधिक महत्व माना गया है, ऐसा माना जाता है कि यदि नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा की जाए तो इससे व्यक्ति को सांप के डसने का भय नहीं रहता है, इस दिन अगर सांप को दूध से स्नान और पूजा की जाए तो इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है, इस दिन सांपों को दूध पिलाया जाता है।

नाग पंचमी पर ऐसे करें नाग देवता की पूजा

  • आप नाग पंचमी के दिन नाग देवता के किसी भी मंदिर में जाएं और वहां पर नाग देवता की प्रतिमा पर दूध और जल से अभिषेक कीजिए, इसके पश्चात आप धूप-दीप जलाकर नाग देवता से प्रार्थना करें।
  • अगर आप नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करते हैं तो इससे आपके परिवार को सांप से खतरा नहीं होता है।
  • आप नाग देवता की पूजा के दौरान इस विशेष मंत्र “सर्वे नागाः प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथिवीतले। ये च हेलिमरीचिस्था येऽन्तरे दिवि संस्थिताः।, ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिनः। ये च वापीतडागेषु तेषु सर्वेषु वै नमः।।” का जाप कीजिए, इसका जाप करना बहुत ही आवश्यक माना जाता है।

मान्यता अनुसार यदि व्यक्ति नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करता है तो इससे उसको धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है, ऐसा माना गया है कि नाग देवता धन की देवी महालक्ष्मी जी की रक्षा करते हैं, अगर आप इस दिन शिवलिंग की पूजा आराधना करते हैं तो इससे आपकी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी हो सकती है, इतना ही नहीं बल्कि आपके जीवन की परेशानियां भी कम होती हैं।

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