अध्यात्म

मरने से पहले अगर रावण कर देता ये 5 बड़े काम, तो ऐसा होता आज धरती का नजारा

रामायण की कहानी से तो आप सभी अच्छे से रूबरू होंगे। भगवान राम की तरह तो हम सभी जीना चाहते हैं। यही वजह है कि आज भी दशहरे के दिन हम रावण के पुतले को जलाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण एक ऐसा इकलौता ज्ञानी है, जिसके ज्ञान के सामने देवताओं को भी झुकना पड़ा था। रावण जैसा ज्ञानी न कभी इस दुनिया में था और न ही कोई इस दुनिया में आएगा, ऐसे में आज हम रावण की उन इच्छाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जोकि वो पूरी करने की तैयारी तो कर चुका था, लेकिन उससे पहले ही भगवान राम ने वध कर दिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

ज्ञानी और अंहकारी रावण भगवान द्वारा बनाए गये कुछ नियमों में बदलाव करना चाहता था, लेकिन वो कर नहीं पाया। जी हां, अपने ज्ञान को अधर्म और अंहकार से खत्म करने वाला रावण कई तरह के बदलाव करने के मूड में था। शास्त्रों के मुताबिक, अगर रावण कुछ और साल जीता तो ये कुछ काम वो जरूर पूरा करता और आज हमारे सामने ये धरती ऐसी नहीं होती, क्योंकि रावण इसको बदलने के मूड में था। तो चलिए जानते हैं कि आखिर वो कौन से अधूर काम है, जिसे रावण करना चाहता था।

1.रावण स्वर्ग और धरती को जोड़ना चाहता था, जिसके लिए उसने स्वर्ग पर जाने के लिए सीढ़ियां बनानी शुरू कर दी थी, लेकिन ये सीढ़ी बनकर तैयार हो कि उससे पहले ही भगवान राम ने इनका वध कर दिया। दरअसल, रावण चाहता था कि हर व्यक्ति स्वर्ग पर जाए इसलिए वो स्वर्ग से धरती तक सीढ़ी बनवा रहा था।

2.रावण की दूसरी ख्वाहिश यह थी कि समुद्र का पानी हमेशा मीठा रहे, ताकि किसी को भी पानी से कोई समस्या न हो। इस काम को रावण ने करना शुरू कर दिया था, लेकिन पूरा नहीं हो सका। रावण का मानना था कि लोगों की सारी समस्या पानी की वजह से होती है, ऐसे में अगर पानी मीठा होगा तो किसी को भी कोई समस्या नहीं होगा।

3.रावण की ख्वाहिशों की लिस्ट यही नहीं खत्म होती है, उसकी तीसरी ख्वाहिश यह थी कि वो सोने में सुंगध डालना चाहता था, ताकि अगर किसी का सोना खो जाए तो वह उसे सूंघ कर ही तलाश कर सके। रावण को सोने से बहुत प्यार था, यही वजह थी कि उसके पास सोना ही सोना होता था।

4.लंकापति रावण इस बात से काफी परेशान था कि इस दुनिया में रंगभेद जारी है, ऐसे में वो इस रंगभेद की समस्या को खत्म करने के लिए सबको गोरा बनाने के लिए काम कर रहा था, लेकिन ऐसा होने से पहले ही उसकी मौत हो गई। रावण नहीं चाहता था कि इस दुनिया में कोई सांवला नहीं हो, जिससे किसी को भी रंगभेद का सामना न करना पड़े।

5.जैसा कि सभी जानते हैं कि रावण खुद को भगवान मानता था और उसकी यह चाहत थी कि लोग उसकी पूजा करे। यही वजह है कि रावण के अंदर अंहकार था, जिसकी वजह से रावण अगर कुछ दिन और जिंदा रहता तो लोगों को भगवान की पूजा करने से रोकता और उनकी जगह खुद की पूजा करने के लिए लोगों को डराता और धमकाता।

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