ईद की मुबारकबाद देने शहर काजी के घर पहुंची साध्वी प्रज्ञा, हाथ में मिठाई से भरा एक डब्बा भी था
बीते बुधवार देशभर में लोगो ने ईद का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया. इस मौके पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी ईद का खुशनुमा माहोल छाया रहा. ऐसे में भोपाल वासियों को अपनी नई सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का एक अन्या पहलू भी देखने को मिला. खासकर वहां का मुस्लिम समुदाय साध्वी के इस रूप को देखकर हैरत में था. हुआ ये कि साध्वी प्रज्ञा ईद के मौके पर बधाई देने हेतु शहर काजी के घर जा पहुंची थी. ये पहली बार था जब प्रज्ञा मुस्लिम समुदाय के बीच गई थी. चुकी ईद का पावन पर्व था इसलिए वो खाली हाथ भी नहीं गई थी. उनके हाथ में स्वादिष्ट मिठाई से भरा एक डब्बा भी था.
शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी के निवास स्थल पर पहुंच कर साध्वी ने उन्हें ईद की ढेर सारी बधाईयाँ दी. इसके साथ ही साध्वी ने उनके परिवार के बच्चों को मिठाई खिलाकर उनका मुंह मीठा किया. इतना ही नहीं साध्वी ने वहां की महिलाओं से भी बातचीत की. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान साध्वी शहर काजी के घर करीब 20 मिनट तक रुकी रही. इस दौरान मीडिया भी वहां पहुँच गई और साध्वी के इस तरह यहाँ आने की वजह जानने लगी. साध्वी ने जवाब देते हुए कहा कि चुनाव से पहले विपक्ष के लोगो ने मेरा खूब दुष्प्रचार किया था लेकिन भोपाल की जनता ने उसे नहीं सूना. उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया. अब मैं भी पीएम मोदी की सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास विचारधारा के तहत काम कर रही हूँ.
मुसलमानों का था ये रिएक्शन
उधर जब शहर काजी से साध्वी प्रज्ञा के ईद की बधाई देने पर रिएक्शन माँगा गया तो उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के इस खुशनुमा मौके पर आने से हमें भी ख़ुशी हुई. ये एक अच्छा कदम हैं. हमे आपस में मिल जुलकर भोपालवासियों के लिए इस शहर को और भी बेहतर बनाना चाहिए. इसके बाद जब प्रज्ञा वहां से चली गई तो मीडिया ने उस एरिया के मुसलमानों से इस मसले पर राय जानी. मुस्लिम समुदाय का कहना था कि उन्हें प्रज्ञा ठाकुर से मिलकर ख़ुशी हुई. उन्होंने हमें बड़ी विनम्रता से बातचीत की. चुनाव के दौरान उनकी जो इमेज बनाई गई थी वैसा उनसे मिलने के बाद जरा सा भी नहीं लगा.
बता दे कि साध्वी प्रज्ञा उस दौरान विवादों से घिर गई थी जब उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त का दर्जा दे दिया था. उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई थी. आलम ये था कि बीजेपी ने भी साध्वी प्रज्ञा के इस बयान से खुद को अलग कर लिया था. उनका कहना था कि ये प्रज्ञा ठाकुर की निजी राय हैं जिससे भाजपा की विचारधारा का कोई लेना देना नहीं हैं. इतना ही नहीं साध्वी के इस बयान से पीएम नरेंद्र मोदी भी नाराज़ हुए थे. उन्होंने कहा था कि मैं साध्वी प्रज्ञा को मन से कभी माफ़ नहीं कर पाऊंगा. हालाँकि इस सबके बावजूद प्रज्ञा कांग्रेस के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को भारी मतों से हारने में कामयाब रही थी. ऐसे में अब देखना ये होगा कि आने वाले समय में वे भोपाल की जनता के लिए क्या क्या करती हैं.