बॉलीवुड

जब नौकरानी से साउथ फिल्मों की रानी बनी मजदूर की बीवी, कामुक अदाएं दिखा की 4 साल में 200 फिल्में

बॉलीवुड में कई लोग काम को तरसते हैं। यदि उन्हें फिल्में मिलती भी है तो कुछ गिनती की। यहां तक की बड़े से बड़े सितारें भी साल में 3-4 फिल्में ही करते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी हसीना से मिलाने जा रहे हैं जो मजदूर की बीवी और नौकरानी थी, लेकिन जब उसने फिल्मों में कदम रखा तो ऐसा धमाका किया कि महज 4 साल में 200 से अधिक फिल्मों में नजर आई।

दरअसल हम यहां जिस अभिनेत्री की बात कर रहे हैं उसका नाम विजयलक्ष्मी है। हालांकि दुनिया उन्हें ‘सिल्क स्मिता’ के नाम से ज्यादा जानती हैं। यह वही सिल्क स्मिता है जिसके जीवन पर ‘डर्टी पिक्चर’ फिल्म बनी थी। इसमें एक्ट्रेस विद्या बालन ने सिल्क स्मिता का किरदार निभाया था। सिल्क स्मिता की लाइफ पर 3 फिल्में बन चुकी हैं। लेकिन आज हम आपको उनके जीवन के ऐसे गहरे राज बताने जा रहे हैं जिन्हें आप ने फिल्मों में भी नहीं देखा होगा।

10 साल की उम्र में मजदूर से हुई शादी

विजयलक्ष्मी उर्फ सिल्क स्मिता का जन्म 2 दिसंबर 1960 को एक गरीब तेलुगू परिवार में हुआ था। उनके माता पिता बच्चों को ठीक से पाल भी नहीं पाते थे। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। उन्होंने बेटी का दाखिला एक सरकारी स्कूल में करवाया था। सोचा था बेटी पढ़-लिख जाएगी तो आगे कुछ कमाएगी। लेकिन गरीबी के दलदल में फंसे होने की वजह से वह सिल्क को ज्यादा नहीं पढ़ा पाए। नतिजन उन्हें चौथी कक्षा में ही स्कूल छोड़ना पड़ा।

स्कूल छूटा तो सोलक ने 10 साल की उम्र में ही चूल्हा चौका संभाल लिया। वह उम्र में भले छोटी थी लेकिन दिखने में बड़ी लगती थी। ऐसे में मां बाप ने उनकी जल्द शादी कर अपना बोझ हल्का कर दिया। सिल्क की शादी एक मजदूर से हुई। हालांकि ससुराल में उनकी जिंदगी और नर्क बन गई। पति शराब पीकर मारपीट करता था। देवर और ननद भी सिल्क को मारते थे। एक दिन तंग आकर सिल्क वहां से भाग गई।

ससुराल से भाग अभिनेत्री के घर बनी नौकरानी

ससुराल से भागकर सिल्क चेन्नई पहुंची। यहां उन्होंने एक दक्षिण भारतीय फिल्मों की अभिनेत्री के यहां बतौर नौकरानी काम करना शुरू कर दिया। सिल्क बचपन से फिल्मों की शौकीन रही थी। ऐसे में उन्हें एक एक्ट्रेस के घर नौकरानी का काम करना अच्छा लग रहा था। साथ ही यहां उन्हें बड़े-बड़े निर्माताओं से मेल जोल बढ़ाने का मौका मिल रहा था।

एक दिन सिल्क की नजर बड़े निर्माता की गाड़ी पर पड़ी। वह उसे एकटक निहारती रही। इस पर उनकी मालकिन और अभिनेत्री ने ताना मारा और कहा ‘बड़ी गाड़ी देख उसमें बैठने का सपना तो नहीं देख रही?’ सिल्क को मालकिन की ये बात चुभ गई। उन्होंने पलटकर जवाब दिया ‘एक दिन ऐसी गाड़ी में जरूर बैठूँगी। और वह गाड़ी मेरी खुद की होगी।’

ऐसे बनी नौकरानी से साउथ फिल्मों की रानी

अब सिल्क समझ गई थी कि घर में नौकरानी बनकर बैठे रहने से कुछ होने वाला नहीं है। ऐसे में उन्होंने ऑडिशन देना स्टार्ट कर दिया। उन्होंने कभी अभिनय सीखा नहीं था। बस ऑडिशन देते-देते और दूसरों को देखते-देखते वे अभिनय की कोशिश करने लगी।

एक फिल्म के ऑडिशन में सिल्क ने बड़ी ही कामुक अदाएं दिखाई। इससे उन्हें फिल्म में आइटम नंबर मिल गया। बस ये चीज उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई। फिर उन्हें कई फिल्मों में आइटम नंबर मिलने लगे। तब वे 17 साल की थी।

जल्द सिल्क दक्षिण भारतीय सिनेमा की आइटम क्वीन बन गई। वह फिल्म निर्माताओं से आइटम नंबर के बदले 50 हजार रुपए लेती थी। ये रकम तब के समय के हिसाब से थोड़ी अधिक थी, लेकिन निर्माता जानते थे कि सिल्क का एक आइटम नंबर फिल्म में हुआ तो दर्शक यूं ही थिएटर तक खींचे चले आएंगे। जल्द सील साउथ की फिल्मों में एक बड़ा नाम बन गई। आलम ये था कि उन्होंने महज 4 साल में 200 से अधिक फिल्में कर ली।

करियर डाउन हुआ तो लग गया शराब की लत

इस दौरान सिल्क ने कमल हासन और रजनीकांत जैसे सुपरस्टार्स संग काम भी किया। हालांकि कुछ सालों बाद लोग उनके काम से ऊब गए। उनका करियर ढलान पर जाने लगा। ऐसे में सिल्क ने अभिनय छोड़ फिल्म मेकिंग में हाथ आजमाया। लेकिन उनकी बनाई फिल्मों को भी दर्शकों ने नकार दिया।

इससे सिल्क डिप्रेशन में जाने लगी। उन्हें शराब की लत लग गई। सिल्क दुनिया से कटकर अकेले रहने लगी। दिन रात शराब और नशा करने लगी। फिर 23 सितंबर 1996 को वह अपने घर में पंखे से लटकी मिली। पुलिस ने इसकी जांच की, लेकिन फिर इसे आत्महत्या बताकर केस बंद कर दिया।

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