अध्यात्म

सावधान: तुलसी छूने से पहले जान लें ये 7 नियम, एक भी तोड़ा तो हो जाओगे बर्बाद

तुलसी को हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है। लोग इसका पौधा घर रखकर इसकी सुबह शाम पूजा करते हैं। इसके अलावा इसके हेल्थ बेनीफिट्स भी काफी हैं। लेकिन इसे घर रखने के कुछ खास नियम होते हैं। खासकर इसे छूने या इसकी पत्तियां तोड़ने को लेकर कुछ बातें ध्यान रखनी चाहिए। यदि आप इन्हें फॉलो नहीं करते तो आपको लाभ की जगह नुकसान होता है। तो इसके सभी नियमों को ध्यान से समझ लें।

तुलसी छूने से पहले याद रखें ये नियम

1. सूर्यास्त हो जाने के बाद तुलसी को नहीं छूना चाहिए। इसकी पत्तियां भी तोड़ने से बचना चाहिए। इसमें जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। यदि आप यह नियम नहीं मानते तो मां लक्ष्मी रूठ सकती है। फिर आपको धन से जुड़ी समस्या हो सकती है। आपका बड़ा नुकसान हो सकता है।

2. रविवार या एकादशी (ग्यारस) के दिन तुलसी को नहीं छूना चाहिए। इसकी वजह ये है कि तुलसी माता ने इसी दिन विष्णु भगवान के लिए एकादशी का व्रत रखा था। इसलिए इस दिन उन्हें तंग नहीं करना चाहिए। इस दिन आपको जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए।

3. महिलाओं को कभी भी खुले बाल में तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसकी दो वजहें हैं। पहली आपके खुले बाल से कोई बाल टूटकर इसमें गिर सकता है। दूसरी बाल धोने के बाद भी बालों से पानी टपकता रहता है। इसकी कुछ बुंदे तुलसी में जाकर इसे अपवित्र कर सकती है। यह दोनों चीजें अशुभ होती है।

4. भगवान को कई लोग तुलसी के पत्ते चढ़ाते हैं। लेकिन यह सभी भगवान को नहीं चढ़ते हैं। शिवजी और गणेशजी को तुलसी नहीं चढ़ाई जाती है। इसकी वजह एक पौराणिक कहानी है। जिसके अनुसार शुवजी ने तुलसी के पति का वध किया था।

5. तुलसी को हमेशा घर की ईशान (उत्तर पूर्व दिशा) में रखना चाहिए। ये जगह तुलसी रखने के लिए बेस्ट मानी जाती है। इसे गुरुवार के दिन लगाना शुभ होता है। तुलसी को हमेशा आंगन में ही लगाना चाहिए। इसे किसी अंधेरी या सन्नाटे वाली जगह नहीं लगाना चाहिए।

6. तुलसी की सुबह और शाम दोनों समय पूजा करनी चाहिए। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। वह खुश होकर आपको अच्छी किस्मत और पैसा देते हैं। वहीं तुलसी की पूजा से धन की देवी मां लक्ष्मी भी आपके घर वास करती है।

7. मासिक धर्म के दौरान तुलसी को नहीं छूना चाहिए। इस दौरान तुलसी से जितना दूर हो सके रहना चाहिए। आपको तुलसी का सेवन करने से भी बचना चाहिए। वरना इसके लाभ की जगह हानि हो सकती है।

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