अध्यात्म

माता का यह दरबार भक्तों के संकट मुक्ति का है स्थान, दर्शन मात्र से हर मुराद होती है पूरी

देश में ऐसे बहुत से चमत्कारिक मंदिर मौजूद है जो अपनी किसी ना किसी खासियत या चमत्कार के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, इन मंदिरों के अंदर श्रद्धालु अपने सच्चे मन से भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं और अपने जीवन में चल रहे संकट को दूर करने की प्रार्थना करते हैं, इन मंदिरों के प्रति लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, लोगों की मान्यता के अनुसार जो श्रद्धालु इन मंदिरों में भगवान के दर्शन करने के लिए जाता है उनको अपनी परेशानियों से छुटकारा प्राप्त होता है, इन्हीं मंदिरों में से एक मध्य प्रदेश के दतिया में स्थित मां पितांबरा पीठ लोगों के बीच आस्था का केंद्र बना हुआ है, यह मंदिर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी मशहूर है, देवी माता का यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी है, माता का यह मंदिर प्रमुख शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, वैसे तो इस मंदिर के अंदर वर्षभर भक्तों की भारी भीड़ नजर आती है परंतु किसी विशेष अवसर पर श्रद्धालु इस मंदिर में भारी की तादाद में दर्शन करने के लिए आते हैं।

माता के इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त अपने सच्चे मन से कोई भी मनोकामना मांगता है तो उसकी सभी मुराद अवश्य पूरी होती है, इतना ही नहीं राज्य सत्ता प्राप्त करने के लिए इस मंदिर के अंदर विशेष पूजा अर्चना होती ,है जो भक्त राज सत्ता की कामना रखते हैं वह यहां पर आकर गुप्त पूजा अर्चना करते हैं, ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर के अंदर बहुत से बड़े बड़े चमत्कार देखे गए हैं, जो मां पीतांबरा की शरण में आता है उसके ऊपर कोई भी मुसीबत नहीं आती है यहां तक की दुश्मन भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

माता के इस मंदिर को बहुत ही चमत्कारी बताया गया है, ऐसा बताया जाता है कि चीन से युद्ध के दौरान दतिया स्थित मां पितांबरा ने सहायता की थी, उसके पश्चात चीन की सेना ने युद्ध को रोक दिया था, आपको बता दें कि भारत चीन युद्ध के दौरान यहां पर फौजी अधिकारियों और तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध पर देश की रक्षा करने हेतु मां बगलामुखी की प्रेरणा से 51 कुंडीय महायज्ञ कराया गया था जिसके परिणाम स्वरूप 11 वे दिन आखरी आहुति के साथ ही चीन ने अपनी पूरी सेना वापस बुला ली थी, जो यहां पर यज्ञशाला बनाई गई थी वह यहां पर आज भी मौजूद है, जो यहां पर पट्टिका लगी हुई है वह इस घटना का उल्लेख करती है।

इस मंदिर के अंदर पीले प्रसाद से लेकर सभी वस्त्र पीले है मां बगलामुखी को पीली चीजें अति प्रिय है, इस मंदिर के अंदर देवी माता के साथ खंडेश्वर महादेव भी विराजमान है, आपको इस मंदिर के अंदर धूमावती देवी के भी दर्शन करने को मिलते हैं, ऐसा बताया जाता है कि यहां पर देवी माता दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है, जो भक्त देवी माता के दर्शन करता है उसकी सभी मुराद पूरी होती है, इस मंदिर को चमत्कारिक धामों में से एक माना गया है।

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