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उद्धव को लग गई कंगना की बद्दुआ, छीन गई पिता की विरासत एक्ट्रेस बोलीं- स्त्री का अपमान करने वाले

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शुक्रवार को चुनाव आयोग ने तगड़ा झटका दिया है. उद्धव ठाकरे से शिवसेना का नाम और चिन्ह छीन लिया गया है. अब शिवसेना का नाम और चिन्ह शिंदे गुट को मिल गया है. इस संबंध में चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ऐलान किया था.

चुनाव आयोग के फैसले से शिंदे गुट में खुशी का माहौल है तो वहीं उद्धव गुट में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है. चुनाव आयोग के फैसले के बाद बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा है. बता दें कि लंबे समय से उद्धव और कंगना के बीच तनातनी देखने को मिल रही है.

महाराष्ट्र में जब उद्धव की सरकार थी और जब वे सीएम थे तब कंगना के दफ्तर पर BMC का बुलडोजर चल गया था. इसके बाद कंगना ने उद्धव सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया था. तब कंगना ने एक भविष्यवाणी भी की थी और अब जब उद्धव के हाथ से उनकी पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह निकल गया तो कंगना ने ठाकरे को अपनी भविष्यवाणी याद दिला दी.

बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे के बीच शिवसेना को लेकर जंग चल रही थी. मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया. जिसमें अब शिंदे गुट को जीत मिल गई है. वहीं उद्धव गुट ने चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है.

चुनाव आयोग के फैसले पर कंगना रनौत के पुराने ट्वीट को बीइंग ह्यूमर नाम के ट्विटर हैंडल ने रीट्वीट किया और लिखा कि, ”कंगना की भविष्यवाणी सच हुई. उन्हें ऐसे ही क्वीन नहीं कहा जाता”. वहीं इस पर कंगना ने भी जवाब दिया. अभिनेत्री ने लिखा कि, ”भले ही मैंने किया…लेकिन यह भविष्यवाणी नहीं थी, सिर्फ कॉमन सेंस की बात थी”.

कंगना ने मार्च 2021 में अपने ट्विटर एकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ” जो साधुओं की हत्या और स्त्री का अपमान करे उसका पतन निश्चित है”. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में उद्धव की सरकार थी उस समय महाराष्ट्र के पालघर के पास भीड़ ने दो साधुओं की पीट पीटकर हत्या कर दी थी. कंगना ने ट्वीट में मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह, अनिल देशमुख, उद्धव ठाकरे और संजय राउत के नाम के हैशटैग भी लगाए थे.

कंगना के जवाब पर ब्रैंड एजेंसी नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा कि, ”यही आपका पॉजिटिव एटिट्यूड जो है, वही आपकी सबसे बड़ी ताकत है. क्योंकि वक्त आपके साथ हो या नहीं हो, आप अन्याय को किस्मत समझ स्वीकार नहीं करतीं. ऐसा बहुत कम लोगों में होता है. इसे कभी बदलने मत देना”. चाणक्य की बातें कभी गलत नहीं हो सकती. जमाना कोई भी विधाता एक ही है.


वहीं फिर जवाब में कंगना ने लिखा कि, ”कुकर्म करने से तो देवताओं के राजा इन्द्र भी स्वर्ग से गिर जाया करते हैं, वह तो सिर्फ एक नेता है, जब उसने अन्याय पूर्व मेरा घर तोड़ा था, मैं समझ गई थी, य​ह शीघ्र ही गिरेगा, देवता अच्छे कर्मों से उठ सकते हैं, लेकिन स्त्री का अपमान करने वाले नीच मनुष्य नहीं…यह अब कभी उठ नहीं पाएगा”.

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