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विधवा बहू से दूर नहीं होना चाहते थे सास-ससुर, छोटे बेटे से शादी करवा फिर बना लिया अपना

अकेले जीवन जीना बहुत मुश्किल होता है। खासकर जब आप एक महिला और मां दोनों हो। ऊपर से यदि आपके पास पति का साथ न हो तो जिंदगी कई दुख देती है। एक विधवा के लिए समाज में सरवाइव करना बड़ा कठिन हो जाता है। लेकिन अब समाज की सोच बदल रही है। वह भी विधवा के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उसकी दूसरी शादी करवा देते हैं। कई बार तो खुद सास ससुर ही अपनी विधवा बहू के हाथ पीले कर देते हैं।

सास ससुर ने करवाई विधवा बहू की शादी

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक सास ससुर ने अपनी विधवा बहू की शादी अपने छोटे बेटे से करवा कर अनोखी मिसाल पेश की है। दरअसल सरदार सिंह चौधरी के दो बेटे हैं सूरज और मनोज। उन्होंने सूरज की शादी 2018 में सपना नाम की लड़की से की थी। इस शादी से घर में आरू उर्फ जीविका नाम की प्यारी बेटी आई। आरू जब 5 माह की हुई तो उसके सिर से पिता का साया उठ गया।

दरअसल कोरोना काल में सूरज भी इस खतरनाक वायरल के चपेट में आ गया था। उसका काफी इलाज कराया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। बेटे की मौत से मां-बाप बड़े दुखी हो गए। उधर वह जब-जब अपनी विधवा बहू सपना और पोती आरू को देखते, तब-तब उनकी आंखों से आंसू निकल पड़ते। वे सोचते कि अब इन दोनों का क्या होगा।

देवर बना पति

उधर सपना के घरवालों को भी अपनी बेटी के भविष्य की चिंता सताने लगी। ऐसे में उन्होंने बेटी की दूसरी शादी का मन बना लिया। हालांकि ये बात सुन सपना के सास ससुर बोले ‘भगवान ने हम से पहले ही बेटा छिन लिया। अब बहू और पोती को मत छीनीए।’ इसके बाद सास-ससुर ने सपना के घरवालों के सामने एक दिलचस्प प्रस्ताव रखा। उन्होंने सपना की शादी उसके देवर यानि अपने छोटे बेटे मनोज से करने का ऑफर दिया।

सास-ससुर और मां-बाप की जिद के बाद सपना ने शादी के लिए हामी भर दी। मनोज ने भी शादी को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई। इसके बाद दोनों की धूमधाम से शादी हुई। इस तरह सास-ससुर ने अपनी बहू और पोती को घर से दूर जाने से बचा लिया। उनके इस फैसले की अब हर कोई तारीफ कर रहा है।

घर में फिर आई खुशियां

कुछ महीनों पहले घर में मातम का माहौल था। लेकिन अब उसी घर में खुशियों की चमक दिख रही है। छोटी सी बच्ची आरू को आखिर एक दूसरे पिता मिल गए। अब उसका भविष्य भी सुधर जाएगा। वहीं सपना को भी अपने जीवन के सुख दुख बांटने को एक और साथी मिल गया। इस तरह की पहल एक बदलते समाज का संकेत है।

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