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बेटी की विदाई वाले दिन पिता ने उठाई अर्थी, शादी के चंद मिनटों पहले हुई मौत :ऐसा दुख किसी को न मिले

हर पिता का सपना होता है कि उसकी बेटी एक दिन ब्याह कर अच्छे घर जाए। वह उसके हाथ पीले कर उसका घर बसते हुए देखना चाहता है। लेकिन क्या होगा जब पिता को बेटी की डोली उठाने वाले दिन ही उसकी अर्थी उठानी पड़ जाए। यकीनन ऐसा दुखद दिन देखने की कल्पना कोई भी बाप नहीं करता है। लेकिन ऐसा मार्मिक नजारा हाल ही में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में देखने को मिला है।

फेरों के ठीक पहले हुई दुल्हन की मौत

दरअसल गोरखपुर जिले के पीपीगंज थाना क्षेत्र के बिहुली के कहरौली टोले में एक बड़ा ही दुख नजारा देखने को मिला। यहां जिस दिन दुल्हन की शादी थी उसी दिन उसकी मौत हो गई। दुल्हन की उम्र महज 20 वर्ष थी। उसका नाम रोशनी चौरसिया था। वह कहरौली की रहने वाली थी। रोशनी दुल्हन की ड्रेस पहन सजधज के शादी करने मंडप की ओर जा रही थी। लेकिन तभी उसके सिर में तेज दर्द उठने लगा।

जब रोशनी का सिर दर्द अहसनीय हुआ तो परिजन उस डॉक्टर के पास ले गए। यहां उन्होंने रोशनी का इलाज किया। लेकिन दुखद कि उसकी सांसें इलाज के दौरान ही थम गई। रोशनी की मौत की खबर से पूरे परिवार में मातम पसर गया। पिता रामनरेश और परिवार के बाकी लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था।

दिमाग में थी कुछ दिक्कत

रोशनी अपने तीन भाइयों में इकलौती बहन थी। सभी उसकी शादी से बेहद खुश थे। लेकिन ये खुशियां मातम में बदल गई। रोशनी के पिता बताते हैं कि उनकी बेटी को दिमाग में कुछ प्रॉब्लम थी। उन्होंने बेटी की शादी महराजगंज जिले के बृजमनगंज के रहने वाले एक शख्स से तय की थी।

शादी बीते गुरुवार (12 मई) को होनी थी। तय तारीख को बारात आ गई थी। रोशनी भी दुल्हन की तरह सजकर मंडप की ओर प्रस्थान कर रही थी। लेकिन तभी उसे तेज सिरदर्द हुआ। फिर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

कहां परिजन रोशनी को शुक्रवार सुबह विदा कर ससुराल भेजने वाले थे, लेकिन इस अनहोनी ने सब गड़बड़ कर दिया। फिर उन्हें विदाई की बजाय बेटी की अर्थी उठानी पड़ी। ससुराल की बजाय उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाना पड़ा। फिलहाल रोशनी के जाने से लड़का और लड़की दोनों ही पक्ष काफी दुखी है।

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