बॉलीवुड

‘लोगों ने की मुझे बाहर फेंकने की कोशिश..’ बॉलीवुड के दोगले व्यवहार पर छलका रवीना टंडन का दर्द

बॉलीवुड इंडस्ट्री की खूबसूरत अदाकारा रवीना टंडन ने 90 के दशक में दर्शकों के दिलों पर राज किया है। इंडस्ट्री में एक ऐसा भी दौर था जब हर कोई रवीना टंडन के साथ काम करना चाहता था। हालाँकि आज भी रवीना टंडन का जलवा कम नहीं हुआ है। केजीएफ जैसी फिल्मों में एक्टिंग कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली रवीना टंडन ने अपने जीवन में कठिनाइयां भी देखी है।

रवीना टंडन के पिता पहले से ही फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए थे। इसके बावजूद एक्ट्रेस को काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा। अब हाल ही में रवीना टंडन ने अपने पुराने दिनों को याद कर भावुक हो गई।

लोगों ने की नीचे खींचने की कोशिश..
गौरतलब है कि रवीना टंडन मशहूर फिल्म मेकर रवि टंडन की बेटी है। इतने बड़े फिल्मेकर की बेटी होने के बावजूद रवीना टंडन अपने करियर की शुरुआत में सिनेमाघरों में काम किया करती थी। एक इंटरव्यू के दौरान खुद रवीना टंडन ने यह बात कही थी कि उन्होंने फिल्मों में काम करने से पहले सिनेमाघरों में लोगों की उल्टियां साफ की। पिता के फिल्मों में होने के बावजूद रवीना ने अपनी मेहनत के बलबूते पर इंडस्ट्री में नाम कमाया।

raveena tandon

अब हाल ही में हुए इंटरव्यू के दौरान रवीना टंडन ने कहा कि, “इतने महान पिता होने के बावजूद, लोगों ने मुझे तोड़ने की बहुत कोशिश की और मुझे अस्वीकार कर दिया, लेकिन हर बार मैं वापस लड़ी। ये कभी आसान नहीं था और ये वास्तव में मुझे इस उद्योग के बारे में परेशान करता है कि एक प्रतिभाशाली व्यक्ति को कभी भी आसानी से खुद को साबित करने का मौका नहीं मिलता है।”

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इसके अलावा एक्ट्रेस ने कहा कि, “मैं उद्योग में सदियों से चली आ रही गंदी राजनीति की सराहना नहीं करती। अपने 30 साल के लंबे करियर में, मैंने बहुत से लोगों को आगे बढ़ने और वापस लड़ने के लिए संघर्ष करते देखा है। कुछ बच जाते हैं, कुछ नहीं बच पाते हैं और यह देखना बहुत ही दुख की बात है।”

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पत्थर के फूल से शुरू हुआ था रवीना का करियर
बता दें, रवीना टंडन ने साल 1992 में रिलीज हुई फिल्म ‘पत्थर के फूल’ से अपने करियर की शुरुआत की। वह पहली फिल्म से खुद को इंडस्ट्री में स्थापित करने में कामयाब रही। इसके बाद एक्ट्रेस ने ‘जमाना दीवाना’, ‘जमाने से क्या डरना’, ‘लाडला’ ‘अंदाज अपना अपना’, ‘दिलवाले’, ‘मोहरा’, ‘इंसानियत’, ‘एक ही रास्ता’, ‘छत्रिय’, ‘जीना मरना तेरे संग’, ‘परंपरा’, ‘तकदीरवाला’, ‘साजन की बाहों में’, ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’, ‘बारूद’, ‘परदेसी बाबू’, ‘दूल्हे राजा’, ‘घरवाली बाहरवाली’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों की लाइन लगा दी।

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गौरतलब है कि रवीना टंडन आप 48 साल की हो चुकी है, लेकिन अभी भी वह फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव है और अपने दर्शकों का मनोरंजन कर रही है। आखरी बार उन्हें साउथ इंडस्ट्री की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘केजीएफ-2’ में देखा गया था जिसमें वह एक दमदार किरदार में नजर आई थी।

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