बॉलीवुड

न पैसे थे, न ढंग के कपड़े, 46 साल पहले कान्स में पहुंची थी शबाना और स्मिता, हालत हो गयी थी ऐसे

इन दिनों फ्रांस में कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival 2022) का आयोजन हो रहा है. दुनियाभर में सिनेमा का सबसे बड़ा फेस्टिवल कान्स फिल्म फेस्टिवल को माना जाता है. कान्स फिल्म फेस्टिवल 2022 की शुरुआत 17 मई से हो चुकी है यह फेस्टिवल फ्रांस में 28 मई तक चलेगा.

कान में कई बॉलीवुड कलाकारों ने भी हिस्सा लिया है. कान में ऐश्वर्या राय बच्चन, अभिषेक बच्चन, उर्वशी रौतेला, दीपिका पादुकोण, हेली शाह, आर माधवन, पूजा हेगड़े, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, हिना खान, तमन्ना भाटिया सहित केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी हिस्सा लिया. यहां बॉलीवुड और टीवी की हसीनाओं ने अपने हुस्न और ख़ूबसूरती का जलवा बिखेरा है.

Cannes Film Festival 2022

चाहे इस समय ऐश्वर्या राय, दीपिका पादुकोण जैसी हसीनाएं कान में महंगे हमंगे कपड़े, ज्वैलरी पहनकर अपने जलवे बिखेर रही हो हालांकि 70 के दशक में 46 साल पहले तब हिंदी सिनेमा की दो जानी मानी अदाकाराएं बेहद सादे अंदाज में पहुंची थी. ये दो हसीनाएं है शबाना आजमी और स्मिता पाटिल. शबाना और स्मिता के साथ तब कान में फिल्मकार श्याम बेनेगल भी भारत की ओर से शामिल हुए थे. बात है साल 1976 की.

Cannes Film Festival

साल 1976 में कान्स फिल्म फेस्टिवल में श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित फिल्म ‘निशांत’ की स्क्रीनिंग हुई थी. यह फिल्म साल 1975 में आई थी. इस फिल्म में शबाना आजमी ने सुशीला और स्मिता ने रुक्मणी का किरदार निभाया था. उस दौर में आज से साढ़े चार दशक पहले कान्स जैसे बड़े फिल्म फेस्टिवल में शबाना और स्मिता बेहद सादे अंदाज में और साधारण सी साड़ी में पहुंची थी.

Cannes Film Festival

सोशल मीडिया पर अब शबाना और स्मिता की 46 साल पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. श्याम बेनेगल, शबाना आजमी और स्मिता पाटिल की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है. ये सभी तस्वीरें ब्लैक एंड व्हाइट है. साल 1976 की इन तस्वीरों को सोशल मीडिया यूजर्स काफी पसंद कर रहे हैं.

Cannes Film Festival

एक बार अपने एक साक्षातकार में शबाना ने अपनी कान्स की यात्रा पर बात करते हुए कहा था कि, ”हमारे पास पब्लिसिटी मेटेरियल नहीं था और न ही पैसे थे. इसलिए श्याम बेनेगल ने हम दोनों से सबसे सुंदर साड़ी पहनकर वॉक करने को कहा, जिससे कि लोगों का ध्यान खींच सकें. जब लोग हमारी ओर अजीबो-गरीब तरीके से देखने लगे तो हमने देखा कि वो बार-बार मुड़ कर हमे देख रहे थे और हम उनसे कह रहे थे कि हमारी फिल्म दिखाई जा रही है या फलानी तारीख को दिखाई जाएगी, प्लीज देखने आना और हमने फुल हाउस मैनेज कर लिया था. ये श्याम बेनेगल के विज्ञापन कौशल. आगे एक्ट्रेस ने कहा था कि, ”मैं उस समय सबको पार्टी करते देख खुद को कंगाल महसूस कर रही थीं”.

cannes

शबाना ने आगे अपनी बात जारी रखते हुए कहा था कि, ”हमें विदेशी मुद्रा में 8 यूएस डॉलर मिले थे. इसलिए जब मैंने कहा कि हमारे पास पैसे नहीं थे तो मेरा मतलब है कि पैसे नहीं थे, क्योंकि ब्रेकफास्ट रूम टेरिफ में शामिल था. इसलिए हम पेट भर कर नाश्ता कर लेते थे और दिन में केवल कॉफी या फ्रेंच फ्राइज से गुजारा करते थे. हम लोग रात का डिनर कान्स की कभी न खत्म होने वाली पार्टियों में करते थे. हम वहां नेटवर्क पर कम और खाने पर ज्यादा ध्यान देते थे”.

Cannes Film Festival

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